Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

Guru Vakri 2023: देव गुरु बृहस्पति हो चुके हैं मेष राशि में वक्री, इन राशियों को बरतनी होगी सावधानी

Guru Vakri 2023 ज्योतिष पंचांग के अनुसार देव गुरु बृहस्पति 04 सितंबर को मेष राशि में वक्री हो चुके हैं। इसका प्रभाव सभी राशियों के जीवन पर सकारात्मक व नकारात्मक रूप से पड़ेगा। ज्योतिषविदों के अनुसार गुरु वक्री से 03 राशियां ऐसी हैं जिन्हें आर्थिक व व्यवसायिक क्षेत्र में सावधानी बरतने की आवश्यकता है। आइए जानते हैं गुरु वक्री से किन राशियों को रहना होगा सावधान?

By Shantanoo MishraEdited By: Shantanoo MishraUpdated: Fri, 08 Sep 2023 11:39 AM (IST)
Hero Image
Guru Vakri 2023 गुरु वक्री से इन राशियों को रहना होगा सावधान।

नई दिल्ली, अध्यात्म डेस्क। Guru Vakri 2023 in Mesh Rashi: ज्योतिष पंचांग के अनुसार, देव गुरु बृहस्पति मेष राशि में वक्री हो चुके हैं। इसका प्रभाव सभी राशियों पर सकारात्मक और नकारात्मक रूप से पड़ेगा। ज्योतिष विद्वानों के अनुसार, गुरु ग्रह के वक्री होने से कुछ राशियों को आर्थिक व व्यावसायिक क्षेत्र में लाभ होगा। वहीं कुछ ऐसी भी राशियां हैं, जिन्हें इस दौरान बहुत सतर्कता बरतने की आवश्यकता है। ऐसा इसलिए क्योंकि इस दौरान व्यवसाय और कार्यक्षेत्र में कुछ समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। आइए जानते हैं, किन राशियों को रहना होगा गुरु की वक्र दृष्टि से सावधान।

मेष राशि

मेष राशि के जातकों को गुरु की वक्र दृष्टि से सावधान रहना होगा। इस दौरान स्वास्थ्य संबंधित समस्या उत्पन्न हो सकती है। इसलिए समय-समय पर अपनी जांच करवाते रहें। साथ ही कोई भी निर्णय लेने से पहले किसी विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें। इस अवधि में फिजूल खर्चों में भी बढ़ोतरी हो सकती है। साथ ही परिवार में विवाद उत्पन्न हो सकता है।

वृषभ राशि

वृषभ राशि को गुरु वक्री की अवधि में सावधान रहना होगा। इस दौरान आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। साथ ही परिवार में भी कुछ मतभेद उत्पन्न हो सकते हैं। गुरु की वक्र दृष्टि के कारण स्वास्थ्य संबंधित परेशानी भी उत्पन्न हो सकती है। इस दौरान कार्यक्षेत्र में भी उतार-चढ़ाव देखना पड़ सकता है, जिस वजह से धन हानि हो सकती है।

सिंह राशि

देवगुरु बृहस्पति के वक्री होने से सिंह राशि के जातकों को संभलकर रहना होगा। इस दौरान कार्यक्षेत्र में उतार-चढ़ाव आएगा, जिस वजह से मानसिक तनाव उत्पन्न हो सकता है। साथ ही जीवनसाथी के साथ भी कुछ अनबन की स्थिति पैदा हो सकती है। स्वास्थ्य संबंधित समस्या को अनदेखा न करें। इस अवधि में वाणी पर संयम रखें और वाद विवाद से दूर रहने का भरपूर प्रयास करें।

डिसक्लेमर- इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।