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Shani Gochar 2024: 18 अगस्त से 3 राशियों की बदलेगी फूटी किस्मत, धन-दौलत की होगी बरसात

सनातन धर्म में शनिदेव को न्याय का देवता (Saturn Transit 2024) और मोक्ष प्रदाता कहा जाता है। शनिदेव की कृपा बरसने से जातक को जीवन में सभी प्रकार के भौतिक सुखों की प्राप्ति होती है। साथ ही जीवन में व्याप्त सभी प्रकार के दुख और संकट दूर हो जाते हैं। वर्तमान समय में कुंभ राशि के जातकों पर साढ़ेसाती का दूसरा चरण चल रहा है।

By Pravin KumarEdited By: Pravin KumarUpdated: Thu, 08 Aug 2024 06:01 PM (IST)
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Shani Gochar 2024 PurvaBhadrapada: मीन राशि में कब करेंगे शनिदेव गोचर ?

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। ज्योतिष शास्त्र में शनिदेव को न्याय का देवता कहा जाता है। अच्छे कर्म करने वाले को शुभ फल देते हैं। वहीं, बुरे कर्म करने वालों को दंड देते हैं। वर्तमान समय न्याय के देवता शनिदेव कुंभ राशि में विराजमान हैं। इस राशि में शनिदेव 29 मार्च, 2025 तक रहेंगे। इस दिन शनिदेव कुंभ राशि से निकलकर मीन राशि में गोचर करेंगे। ज्योतिषियों की मानें तो अगस्त महीने में शनिदेव नक्षत्र (Saturn Transit Purva Bhadrapada) परिवर्तन करेंगे। इससे 3 राशि के जातकों को सभी कार्यों में सफलता मिलेगी। साथ ही धन संबंधी परेशानी भी दूर होगी। आइए जानते हैं-  

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शनि नक्षत्र परिवर्तन (Shani Gochar Purva Bhadrapada Nakshatra 2024)

ज्योतिषियों की मानें तो न्याय के देवता शनिदेव 18 अगस्त को रात 10 बजकर 03 मिनट पर पूर्वाभाद्रपद के पहले चरण में प्रवेश करेंगे। इससे पूर्व शनिदेव पूर्वाभाद्रपद के दूसरे चरण में विराजमान हैं। इस नक्षत्र में शनिदेव 2 अक्टूबर तक रहेंगे। इसके अगले दिन शनिदेव नक्षत्र परिवर्तन करेंगे। वर्तमान समय में शनिदेव वक्री चाल चल रहे हैं। अतः वक्री चाल चलकर शतभिषा नक्षत्र में गोचर करेंगे।

कुंभ राशि

कुंभ राशि के स्वामी शनिदेव हैं। इस राशि में साढ़े साती का दूसरा चरण चल रहा है। इसके लिए कुंभ राशि के जातकों को जीवन में विषम परिस्थिति से गुजरना पड़ रहा है। हालांकि, अगस्त और सितंबर के महीने में कुंभ राशि के जातकों को शनिदेव की कृपा से धन संबंधी परेशानी से निजात मिल सकती है। शनिदेव के नक्षत्र परिवर्तन से कुंभ राशि के जातकों को लाभ होगा। शनिदेव पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र में गोचर करेंगे। इस नक्षत्र के तीन चरणों में जन्म लेने वाले जातकों की राशि कुंभ होती है। इसके लिए कुंभ राशि के जातकों के सभी बिगड़े काम बनेंगे। साथ ही आय में बढ़ोतरी होगी। इसके अलावा, कारोबार में भी बढ़ोतरी होगी। पुरानी इच्छा पूरी होगी। धार्मिक यात्रा के योग बनेंगे।

धनु और मीन राशि

पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र के स्वामी देवगुरु बृहस्पति हैं। वहीं, पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र के अंतिम चरण में जन्म लेने वाले जातकों की राशि मीन होती है। देवगुरु बृहस्पति धनु और मीन राशि के स्वामी हैं। अत: देवगुरु बृहस्पति की विशेष कृपा धनु और मीन राशि के जातकों पर बरसती है। शनिदेव के नक्षत्र परिवर्तन से दोनों राशि के जातकों को भी विशेष लाभ होगा। वर्तमान समय में मीन राशि के जातकों पर साढ़ेसाती का प्रथम चरण चल रहा है। इस राशि के जातकों पर शनिदेव की कृपा बरसेगी। उनकी कृपा से धन लाभ होगा। इससे धन संबंधी परेशानी दूर होगी। साथ ही सभी रुके काम बनेंगे। कार्यक्षेत्र में मित्रों से आर्थिक मदद मिल सकती है। यह समय सफलता से भरा रहेगा।

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डिसक्लेमर- इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/जयोतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेंगी।