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Shani Transit: जल्द 3 राशियों की बदलेगी फूटी किस्मत, आर्थिक तंगी से मिलेगी निजात

ज्योतिष शनि की बाधा दूर करने के लिए मंगलवार और शनिवार के दिन हनुमान जी की पूजा करने की सलाह देते हैं। हनुमान जी की पूजा करने से कुंडली में मंगल ग्रह मजबूत होता है। इसके लिए मंगलवार के दिन स्नान-ध्यान कर भक्ति भाव से हनुमान जी की पूजा करें। देवों के देव महादेव की पूजा करने से शनिदेव (Shani Gochar 2025) प्रसन्न होते हैं।

By Pravin KumarEdited By: Pravin KumarUpdated: Wed, 11 Sep 2024 07:04 PM (IST)
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Shani Transit: शनिदेव को कैसे प्रसन्न करें ?

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। न्याय के देवता शनिदेव को कर्मफल दाता भी कहा जाता है। शनिदेव न्याय करते हैं। अच्छे कर्म करने वाले को शुभ फल देते हैं। वहीं, बुरे कर्म करने वालों को दंड देते हैं। शनिदेव की कृपा से जातक अल्प समय में ही धनवान बन जाता है। वर्तमान समय में न्याय के देवता शनिदेव कुंभ राशि में विराजमान हैं और वक्री चाल चल रहे हैं। ज्योतिषियों की मानें तो शनिदेव 15 नवंबर को अपनी चाल बदलेंगे। शनिदेव 15 नवंबर से मार्गी होंगे। वहीं, अगले साल शनिदेव (Shani Gochar 2025) राशि परिवर्तन करेंगे। शनिदेव के राशि परिवर्तन करने से राशि चक्र की सभी राशियों पर प्रभाव पड़ेगा। इनमें 3 राशि के जातकों को सर्वाधिक लाभ होगा। इन 3 राशि के जातकों के सभी बिगड़े काम बन जाऐंगे। आइए, इन राशियों के बारे में जानते हैं-

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शनि गोचर

ज्योतिषियों की मानें तो न्याय के देवता अगले वर्ष मार्च महीने में राशि परिवर्तन करेंगे। वर्तमान समय में शनिदेव कुंभ राशि में विराजमान हैं। इस राशि के स्वामी स्वयं शनिदेव हैं। शनिदेव कुंभ राशि में 28 मार्च तक रहेंगे। इसके अगले दिन यानी 29 मार्च को रात 09 बजकर 44 मिनट पर शनिदेव मीन राशि में गोचर करेंगे। इस राशि में न्याय के देवता शनिदेव 03 जून, 2027 तक रहेंगे।

मकर राशि

वर्तमान में मकर राशि के जातकों पर साढ़ेसाती का अंतिम चरण चल रहा है। शनिदेव के मीन राशि में गोचर करने के साथ ही मकर राशि के जातकों को साढ़ेसाती से मुक्ति मिल जाएगी। शनिदेव एक राशि में ढाई साल तक रहते हैं। मकर राशि के स्वामी शनिदेव हैं और आराध्य देवों के देव महादेव हैं। शनिदेव की कृपा मकर राशि के जातकों पर बरसेगी। उनकी कृपा से जीवन में व्याप्त सभी प्रकार के दुख एवं संकट दूर हो जाएंगे। साथ ही जीवन में खुशियों का आगमन होगा।

कर्क और वृश्चिक

वर्तमान समय में कर्क और वृश्चिक राशि के जातक शनि की ढैय्या से पीड़ित हैं। शनिदेव के राशि परिवर्तन या मीन राशि में गोचर करने से कर्क और वृश्चिक राशि के जातकों को शनि की ढैय्या से मुक्ति मिलेगी। साथ ही जीवन में मंगल का आगमन होगा। वैचारिक द्वंद समाप्त होगा। सभी प्रकार के बिगड़े काम बनेंगे। निवेश से लाभ प्राप्त होगा। वर्तमान समय में देवगुरु बृहस्पति की कृपा कर्क और वृश्चिक राशि के जातकों पर बरस रही है। उनकी कृपा से दोनों राशि के जातकों को लाभ प्राप्त हो रहा है। शनिदेव के मीन राशि में गोचर करने से मेष राशि के जातकों पर साढ़ेसाती शुरू हो जाएगी।

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अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।