Sade Sati: इस राशि के लोगों के बनते काम बिगाड़ेंगे शनिदेव, साढ़े साती के प्रकोप से बचने के लिए अपनाएं ये उपाय
साढ़े साती का हर चरण ढाई साल का होता है। इस दौरान व्यक्ति को जीवन में आर्थिक मानसिक और शारीरिक कष्टों से गुजरना पड़ता है। वर्तमान समय में मीन राशि के जातकों पर साढ़े साती का प्रथम चरण चल रहा है। वहीं कुंभ राशि के जातकों पर साढ़े साती का दूसरा चरण चल रहा है। जबकि मकर राशि के जातकों पर साढ़े साती का अंतिम चरण चल रहा है।
By Pravin KumarEdited By: Pravin KumarUpdated: Wed, 12 Jun 2024 04:14 PM (IST)
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Mesh Rashi Sade Sati: शनिदेव न्याय के देवता हैं। सनातन शास्त्रों में निहित है कि शनिदेव कर्मों के अनुसार फल देते हैं। अच्छे कर्म करने वाले शनिदेव की कृपा के भागी बनते हैं। शनिदेव की कृपा बरसने से जातक अपने जीवन में सभी प्रकार के सुखों की प्राप्ति करता है। बुरे कर्म करने वाले को शनिदेव दंड देते हैं। एक बार शनिदेव की कुदृष्टि पड़ने पर जातक को जीवन में नाना प्रकार की परेशानियों से गुजरना पड़ता है। व्यक्ति राजा से रंक बन जाता है। शनि की महादशा और साढ़े साती के दौरान जातक को विषम परिस्थिति से गुजरना पड़ता है। वर्तमान समय में शनिदेव कुंभ राशि में विराजमान हैं और जल्द शनिदेव राशि परिवर्तन करेंगे। शनि के राशि परिवर्तन से राशि चक्र की प्रथम राशि पर साढ़े साती शुरू होगी। आइए, इसके बारे में सबकुछ जानते हैं-
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साढ़े साती
ज्योतिषियों की मानें तो 29 मार्च, 2025 को शनिदेव कुंभ राशि से निकलकर मीन राशि में गोचर करेंगे। इस राशि में शनिदेव ढाई साल रहेंगे। शनिदेव के राशि परिवर्तन से मकर राशि के जातकों को साढ़ेसाती से मुक्ति मिल जाएगी। इस समय मकर राशि के जातकों पर साढ़ेसाती का अंतिम चरण चल रहा है। वहीं, कुंभ राशि के जातकों पर साढ़ेसाती का अंतिम चरण शुरू होगा। इस समय कुंभ राशि पर साढ़े साती का दूसरा चरण चल रहा है। जबकि, मीन राशि के जातकों पर साढ़ेसाती का दूसरा चरण शुरू होगा। वर्तमान समय में मीन राशि पर साढ़े साती का प्रथम चरण चल रहा है। शनि के मीन राशि में गोचर करने से मेष राशि के जातकों पर साढ़ेसाती शुरू होगी। इस राशि के जातकों को 31 मई 2032 को साढ़े साती से मुक्ति मिलेगी।
उपाय
- मेष राशि के स्वामी मंगल देव हैं और आराध्य हनुमान जी हैं। अत: मेष राशि के जातक हनुमान जी की विधि-विधान से पूजा करें। साथ ही रोजाना पूजा के समय हनुमान चालीसा का पाठ करें। हनुमान चालीसा के पाठ से शनि की बाधा दूर हो जाती है।
- मेष राशि के जातक हर मंगलवार के दिन मंदिर जाकर हनुमान जी की पूजा करें। साथ ही पूजा के समय हनुमान जी को मोतीचूर के लड्डू अर्पित करें। साथ ही हनुमान जी को सिंदूर अर्पित करें। इस उपाय को करने से हनुमान जी प्रसन्न होते हैं।
- अगर आप हनुमान जी की कृपा पाना चाहते हैं, तो हर मंगलवार के दिन मंदिर जाकर राम परिवार की पूजा करें। साथ ही मंदिर में झाड़ू का दान करें।
- शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए रोजाना स्नान-ध्यान के बाद जल में काले तिल मिलाकर भगवान शिव का अभिषेक करें। इस उपाय को करने से भी शनि की बाधा समाप्त होती है।
- शनिवार के दिन भूलकर भी गरीबों और जरूरतमंदों का दिल न दुखाएं। इस दिन लोगों के मध्य अपनी आर्थिक स्थिति के अनुसार दान करें। आप दान में नमक, तेल, काले तिल, छाते, चमड़े के जूते और चप्पल आदि चीजों का दान करें।
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