Angkor Wat Mandir: अंगकोर वाट की खूबसूरती छू लेगी आपका दिल, जानिए दुनिया के सबसे बड़े मंदिर का रहस्य
Angkor Wat Mandir अंगकोर वाट मंदिर मुख्य रूप से भगवान श्री विष्णु को समर्पित था लेकिन बाद में यह एक बौद्ध मंदिर बन गया। मंदिर के मध्य भाग में कमल के आकार की पांच मीनारें हैं जो सनातन धर्म की खूबसूरती को दर्शाती हैं। साथ ही हिंदू और बौद्ध मान्यताओं का प्रतिनिधित्व करती हैं। तो आइए इससे जुड़ी मुख्य बातों को जानते हैं -
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Angkor Wat Mandir: भारत अपनी पहचान और संस्कृति के लिए जाना जाता है, धीरे- धीरे भारत की संस्कृति दुनिया भर में फैल रही है। साथ ही इसकी पुरातन संस्कृति की झलक पूरे विश्व में देखने को मिलती है। जिसका एक उदाहरण कंबोडिया के मध्य में स्थित अंगकोर वाट मंदिर है। इसे दुनिया का सबसे बड़ा मंदिर कहा जाता है।
साथ ही यह इटली के पोम्पेई को पछाड़कर दुनिया का आठवां अजूबा भी बन गया है। तो आइए इस खूबसूरत मंदिर से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातों को जानते हैं -
भगवान श्री विष्णु को समर्पित है यह मंदिर
अंगकोर वाट मंदिर मुख्य रूप से भगवान श्री विष्णु को समर्पित था, लेकिन बाद में यह एक बौद्ध मंदिर बन गया। मंदिर के मध्य भाग में कमल के आकार की पांच मीनारें हैं, जो सनातन धर्म की खूबसूरती को दर्शाती हैं। साथ ही हिंदू और बौद्ध मान्यताओं का प्रतिनिधित्व करती हैं। इसकी दीवारों पर भी हिंदू और बौद्ध इतिहास की कहानियों की झलक मिलती हैं।
यह भी पढ़ें: Phalguna Month 2024: धन की मुश्किलें दूर होने के साथ वैवाहिक जीवन होगा सुखी, फाल्गुन मास में करें ये उपाय
बेहद विशाल है अंगकोर वाट मंदिर
12वीं शताब्दी में राजा सूर्यवर्मन द्वितीय ने अंगकोर वाट मंदिर का निर्माण करवाया था। इसका विश्व स्तर पर एक प्रसिद्ध स्थान है और इसने दुनिया के आठवें आश्चर्य के रूप में पोम्पेई का स्थान ले लिया है। यह एक विशाल धार्मिक स्मारक और यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल है, जो लगभग 500 एकड़ में बना हुआ है।
अंगकोर वाट मंदिर से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें
अंगकोर वाट मंदिर की न सिर्फ डिजाइन प्रभावशाली है, बल्कि यह सांस्कृतिक और आध्यात्मिक रूप से भी महत्वपूर्ण है। इसके अलावा यह एक सक्रिय धार्मिक स्थान है, जहां बौद्ध भिक्षु ध्यान और प्रार्थना करने के लिए आते हैं।
अंगकोर वाट के टावरों पर सूर्योदय देखने को मिलता है, जो गुलाबी, नारंगी और सोने जैसे रंगों से वहां की खूबसूरती को बढ़ाता है। साथ ही यह मंदिर कंबोडिया के समृद्ध और खुशहाल इतिहास का प्रतीक है।
यह भी पढ़ें: Vastu Tips: घर और ऑफिस के लिए बेहद कारगर हैं ये वास्तु टिप्स, इन्हें करने से मिलेंगे चमत्कारी लाभ
डिसक्लेमर- ''इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी''।