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Akshardham Mandir: संयुक्त अरब अमीरात में तैयार हुआ पहला हिंदू मंदिर, यहां देखें खूबसूरत तस्वीरें

बीएपीएस हिंदू मंदिर अक्षरधाम कई देशों में अपनी पहचान बना चुका है। यह मंदिर अपनी उत्कृष्ट वास्तुकला खूबसूरती और भव्यता के लिए जाना जाता है। पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में अबू धाबी में एक भव्य अक्षरधाम मंदिर तैयार हो चुका है जिसका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 14 फरवरी 2024 को करेंगे। आइए देखते हैं इसकी तस्वीरें।

By Suman Saini Edited By: Suman Saini Updated: Tue, 13 Feb 2024 03:05 PM (IST)
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BAPS Hindu Temple संयुक्त अरब अमीरात में तैयार हुआ पहला हिंदू मंदिर
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। BAPS Hindu Temple: हाल ही में अमेरिका के न्यूजर्सी में सबसे बड़े हिंदू मंदिर अक्षरधाम का उद्घाटन किया गया है, जो मुख्य आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। ठीक इसी प्रकार संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के अबू धाबी में भी विशाल अक्षरधाम मंदिर का उद्घाटन प्रधानमंत्री मोदी के हाथों होने जा रहा है। यह बीएपीएस हिंदू मंदिर संयुक्त अरब अमीरात में पहला हिंदू मंदिर और पश्चिम एशिया का सबसे बड़ा मंदिर होगा। ऐसे में आइए देखते हैं इस मंदिर की अद्भुत तस्वीरें, जो किसी को भी मंत्रमुग्ध कर सकती हैं।

अबू धाबी के भव्य मंदिर का उद्घाटन के दौरान शेख मोहम्मद, महंत स्वामी महाराज के अलावा भारत और संयुक्त अरब अमीरात के अन्य प्रतिष्ठित अतिथि और अधिकारी भी शामिल होंगे। समारोह में अनुष्ठान, प्रार्थना, मंत्रोच्चार, संगीत के साथ-साथ सांस्कृतिक प्रदर्शन का भी आयोजन किया जाएगा। उद्घाटन के बाद 18 फरवरी, 2024 से आम जनता भी इस मंदिर के दर्शन कर सकेगी। 

पश्चिम एशिया का सबसे बड़ा मंदिर

माना जा रहा है कि संयुक्त अरब अमीरात में बने इस हिंदू मंदिर के उद्घाटन होने पर रेगिस्तानी देश में लाखों श्रद्धालु आकर्षित होंगे। इस मंदिर में एक साथ 10,000 लोगों पूजा-पाठ कर सकेंगे। यह इस क्षेत्र का पहला पत्थर से बना हिंदू मंदिर होने वाला है। इसक मंदिर के निर्माण में 700 करोड़ रुपये की लागत आई है।

इस मंदिर के निर्माण में राजस्थान और इटली के गुलाबी बलुआ पत्थर और संगमरमर का इस्तेमाल किया गया है। साथ ही इस मंदिर में सात शिखर शामिल हैं, जो अरब अमीरात के अमीरात का प्रतिनिधित्व करते हैं। पत्थरों पर रामायण, महाभारत, भागवत और शिव पुराण की कहानियों से प्रेरित कई मूर्तियां उकेरी गई हैं। इन मंदिरों में शिखर वेंकटेश्वर, स्वामीनारायण, जगन्नाथ और अयप्पा जैसे देवता विराजमान होंगे।

संयुक्त अरब अमीरात में तैयार हुआ हिंदू मंदिर विविध समुदायों के सांस्कृतिक एकीकरण का मार्ग प्रशस्त कर रहा है। मंदिर का 'डोम ऑफ हार्मनी' पांच प्राकृतिक तत्वों पृथ्वी, जल, अग्नि, वायु और अंतरिक्ष का प्रतिनिधित्व करता है। मंदिर के परिसर में घोड़ों और ऊंटों जैसी कई नक्काशी की गई है, जो संयुक्त अरब अमीरात का प्रतीक हैं।

2015 में पीएम मोदी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की संयुक्त अरब अमीरात यात्रा के दौरान, अबू धाबी में मंदिर परियोजना के लिए 17 एकड़ से अधिक भूमि आवंटित की थी। मंदिर की आधारशिला 2017 में पीएम नरेंद्र मोदी रखी थी। मंदिर का डिजाइन वैदिक वास्तुकला का उदाहरण हैं। इस अक्षरधाम मंदिर की कई मूर्तियां और नक्काशी भारत के कारीगरों द्वारा बनाकर अबू धाबी भेजी गई हैं।

 50,000 से अधिक लोगों ने रखी है ईंट

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार स्वामीनारायण, भगवान कृष्ण के अवतार ही माने जाते हैं। बीएपीएस हिंदू संप्रदाय, स्वामीनारायण के प्रति अटूट आस्था रखता है। अबू धाबी में हो रहे इस मंदिर के निर्माण में 50,000 से अधिक लोगों ने ईंटें रखी हैं, जिसमें भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर से लेकर अभिनेता संजय दत्त और अक्षय कुमार तक भी शामिल हैं।

दिल्ली में प्रसिद्ध अक्षरधाम मंदिर से लेकर न्यू जर्सी के सबसे बड़े हिंदू मंदिर सहित दुनिया भर में 1,100 अक्षरधाम मंदिर हैं। इस मंदिर का परिसर केवल धार्मिक कार्यों तक ही सीमित नहीं है, बल्कि मंदिर परिसर में कक्षाएं, प्रदर्शनी केंद्र और बच्चों के लिए खेल के मैदान आदि भी शामिल हैं।