Move to Jagran APP

Hanuman Garhi Temple: क्यों किए जाते हैं रामलला से पहले हनुमानगढ़ी मंदिर के दर्शन? जानें इसकी वजह

धार्मिक मत है कि सच्चे मन से हनुमान जी की उपासना करने से सभी प्रकार की बाधाओं से छुटकारा मिलता है। मंगलवार के दिन बजरंगबली के मंदिरों में बेहद खास रौनक देखन को मिलती है। अधिक संख्या में श्रद्धालु अपने आराध्य के दर्शन करते हैं। अगर आप भी किसी मंदिर जाने का प्लान कर रहे हैं तो हनुमानगढ़ी मंदिर जरूर जाएं। आइए जानते हैं इस मंदिर के बारे में।

By Kaushik Sharma Edited By: Kaushik Sharma Updated: Tue, 16 Jul 2024 02:05 PM (IST)
Hero Image
Hanuman Garhi Temple: क्यों किए जाते हैं रामलला से पहले हनुमानगढ़ी मंदिर के दर्शन? जानें इसकी वजह
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Hanuman Garhi Mandir: सनातन धर्म में सप्ताह के सभी दिन किसी-न-किसी देवी-देवताओं को समर्पित है। वहीं, मंगलवार का दिन मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम के परम भक्त हनुमान जी को समर्पित है। इस शुभ दिन पर विधिपूर्वक बजरंगबली की पूजा-अर्चना की जाती है। साथ ही जीवन के संकटों से मुक्ति पाने के लिए व्रत भी किया जाता है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, ऐसा करने से प्रभु प्रसन्न होते हैं। मंगलवार के दिन हनुमानगढ़ी मंदिर में अधिक संख्या में भक्त पहुंचते हैं। इस मंदिर में बजरंगबली की मूर्ति दक्षिण मुखी है।

यह भी पढ़ें: Daksheswar Mahadev Temple: इस मंदिर में भगवान शिव के दर्शन से दूर होता है पितृ दोष, माता सती से जुड़ा है कनेक्शन

ये है वजह

पौराणिक मान्यता के अनुसार, जब प्रभु श्री राम लंका से लौटे थे, तो उन्होंने हनुमान जी को रहने के लिए यह जगह दी थी। इसी वजह से हनुमानगढ़ी मंदिर को बजरंगबली का घर कहा जाता है।

त्रेतायुग में राम जी ने बजरंगबली से कहा था कि जब कोई साधक मेरे दर्शन करने के लिए अयोध्या के राम मंदिर आएगा, तो उससे पहले तुम्‍हारे (हनुमान जी) दर्शन करने होंगे। इसलिए आज के समय में भी श्रद्धालु रामलला के दर्शन से पहले हनुमानगढ़ी मंदिर जाते हैं।

दर्शन से मिलते हैं ये लाभ

अयोध्या में हनुमानगढ़ी मंदिर राजद्वार के सामने ऊंचे टीले पर स्थित है। धार्मिक मत है कि इस मंदिर में दर्शन करने से साधक की हर मनोकामना पूरी हो जाती है। यहां बजरंगबली को लाल चोला अर्पित करने से जातक को सभी तरह की बीमारियों से छुटकारा मिलता है। साथ ही बजरंगबली की कृपा से समृद्धि और सफलता की प्राप्ति होती है।

यह भी पढ़ें: इस मंदिर में भगवान गणेश के दर्शन से अविवाहित जातकों की शीघ्र हो जाती है शादी

 

अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।