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Mahalakshmi Mandir: मायानगरी में विराजती हैं धन की देवी मां लक्ष्मी, दर्शन करने से दूर होती है आर्थिक तंगी

सनातन धर्म में शुक्रवार के दिन मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है। वहीं कार्तिक अमावस्या पर दीवाली मनाई जाती है। इस शुभ अवसर पर मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की विशेष पूजा की जाती है। साथ ही पूजा के समय तक मनोवांछित फल की प्राप्ति के लिए व्रत रखा जाता है। कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि पर धनतेरस मनाया जाता है।

By Pravin KumarEdited By: Pravin KumarUpdated: Wed, 30 Oct 2024 06:06 PM (IST)
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Mahalakshmi Mandir: महालक्ष्मी मंदिर का धार्मिक महत्व
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। हर वर्ष कार्तिक अमावस्या तिथि यानी दीवाली पर धन की देवी मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की विशेष पूजा की जाती है। धन की देवी मां लक्ष्मी की पूजा करने से साधक को पृथ्वी लोक पर स्वर्ग समान सभी प्रकार के भौतिक सुखों की प्राप्ति होती है। साथ ही जीवन में व्याप्त सभी प्रकार के दुख और संकट भी दूर हो जाते हैं। साधक श्रद्धा भाव से दीवाली के दिन धन की देवी मां लक्ष्मी की विशेष उपासना करते हैं। इसके साथ ही हर शुक्रवार के दिन भी धन की देवी मां लक्ष्मी की पूजा करते हैं। देशभर में लक्ष्मी-नारायण जी के कई प्रमुख मंदिर हैं। इनमें मायानगरी मुंबई में धन की देवी मां लक्ष्मी की महिमा अपरंपार है। धार्मिक मत है कि मुंबई में स्थित महालक्ष्मी मंदिर में धन की देवी मां लक्ष्मी के दर्शन मात्र से व्यक्ति को आर्थिक तंगी से मुक्ति मिलती है। साथ ही सुख और सौभाग्य की भी प्राप्ति होती है। आइए, इस मंदिर के बारे में सबकुछ जानते हैं-

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कहां है महालक्ष्मी मंदिर ?

धन की देवी मां लक्ष्मी का यह मंदिर आर्थिक राजधानी मुंबई में है, जिसे मायानगरी भी कहा जाता है। इस मंदिर का निर्माण सन 1831 में धकजी दादाजी ने करवाया था, जो पेशे से व्यापारी थे। इस मंदिर में त्रिदेवी विराजती हैं। ये त्रिदेवी धन की देवी मां लक्ष्मी, ममता की देवी मां काली और विद्या की देवी मां सरस्वती हैं। तीनों देवियां मुंबई के महालक्ष्मी मंदिर में विराजती हैं। वर्तमान समय में तीनों देवियां स्वर्ण आभूषणों से सुसज्जित हैं। दोनों देवियां यानी मां काली और मां सरस्वती के मध्य में धन की देवी मां लक्ष्मी की प्रतिमा स्थापित हैं। मां लक्ष्मी अपने हाथ में कमल का फूल पकड़ रखी हैं, जो मां को बेहद प्रिय है। 

स्थानीय लोगों का महालक्ष्मी के प्रति अगाध श्रद्धा है। बड़ी संख्या में श्रद्धालु मां लक्ष्मी के दर्शन हेतु मंदिर आते हैं। धार्मिक मत है कि मां लक्ष्मी के दर्शन करने से साधक की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। साथ ही आर्थिक तंगी भी दूर होती है। तीनों देवियों के दर्शन करने से साधक को जीवन में व्याप्त सभी प्रकार के दुख एवं संकट दूर हो जाते हैं। नवरात्र के समय में बड़ी संख्या में साधक मां के दर्शन हेतु दरबार आते हैं। इसके अलावा, दीवाली पर भी भारी संख्या में भक्तगण तीनों देवियों के दर्शन के लिए आते हैं।

कैसे पहुंचे महालक्ष्मी मंदिर?

श्रद्धालु देश की राजधानी दिल्ली से ट्रेन और फ्लाइट के माध्यम से मुंबई पहुंच सकते हैं। इसके अलावा, देश के अन्य हिस्सों से भी ट्रेन और फ्लाइट की सुविधा उपलब्ध है। श्रद्धालु अपनी सुविधा के अनुसार मायानगरी मुंबई पहुंच सकते हैं। एयरपोर्ट या रेल स्टेशन से आप महालक्ष्मी मंदिर जा सकते हैं। शुक्रवार के दिन धन की देवी मां लक्ष्मी का दर्शन बेहद शुभ माना जाता है। इसके लिए दीवाली पर मां लक्ष्मी के दर्शन कर उनका आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं।

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अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।