Mahakal Lok: अध्यात्म और सुन्दरता का अनोखा मिश्रण है उज्जैन नगरी का महाकाल लोक
Mahakal Lok Ujjain कल यानि 11 अक्टूबर के दिन प्रधानमंत्री मोदी महाकाल लोक का लोकार्पण करेंगे। बता दें कि महाकाल लोक में अध्यात्म के साथ-साथ कला का भी अमूल्य संगम दिखाई देगा। आइए जानते हैं किस तरह खास है उज्जैन का महाकाल लोक।
नई दिल्ली, डिजिटल डेस्क | Mahakal Lok, Ujjain: बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देशवासियों को बड़ा उपहार भेंट करने वाले हैं। कल यानि 11 अक्टूबर के दिन पीएम भव्य महाकाल लोक का लोकार्पण करेंगे। बता दें कि महाकाल मन्दिर के समीप मध्य प्रदेश सरकार द्वारा महाकाल लोक का निर्माण किया गया है। महाकाल लोक के निर्माण से मंदिर का कुल क्षेत्रफल वर्तमान में 2.82 हेक्टेयर से बढ़कर 20 हेक्टेयर से भी अधिक हो गया है। महाकाल लोक में कला और अध्यात्म का अनोखा मिश्रण दिखाई देता है। यहां भगवान शिव साथ-साथ उनके पुरे परिवार की प्रतिमाओं को स्थापित किया गया है। आइए जानते हैं किस तरह खास है उज्जैन का महाकाल लोक और यहां किन-किन चीजों के लोग कर सकेंगे दर्शन।
भगवान शिव की लीलाओं को किया गया है संग्रहित
महाकाल लोक में श्रधालुओं को भगवान शिव की कथाओं पर केन्द्रित कई प्रतिमाओं के दर्शन होंगे। यहां आने वाले भक्त और पर्यटकों को भगवान शिव के विभिन्न लीलाओं की जानकारी प्राप्त होगी। जैसे भगवान शिव ने किस तरह राक्षस त्रिपुरासुर का वध था या किस तरह उन्होंने हलाहल विष का पान किया था। इसके साथ भगवान शिव किस तरह माता पार्वती से विवाह करने के लिए नंदी महाराज पर सवार होकर और अपने गणों के साथ जा रहे हैं इसे भी यहां विशाल प्रतिमा के माध्यम से बताया गया है।
यहां मौजूद त्रिवेणी पुरातत्व संग्रहालय में त्रिवेणी कला का ज्ञान मिलता है। साथ ही यहां एक हजार साल प्राचीन दुर्लभ कला भी दिखाई देंगे। इसके साथ यहां मौजूद पुस्तकालय में महत्वपूर्ण पौराणिक ग्रन्थ और साहित्यिक रचनाओं को रखा गया है।
शिव स्तम्भ बढ़ा रहा है महाकाल लोक की शोभा
महाकाल लोक में कमल कुंद, सप्तऋषि मंडल, शिव स्तम्भ का निर्माण किया है जो यहां की शोभा और अधिक बढ़ा रहे हैं। धार्मिक दृष्टिकोण से भी बाबा महाकाल के इस लोक को बहुत महत्वपूर्ण माना जा रहा है। इस स्थान पर बाबा महाकाल के दर्शन करने आए श्रद्धालु माता पार्वती, भगवान गणेश और भगवान कार्तिकेय के भी दर्शन कर सकते हैं। यहां भगवान शिव की लीलाओं पर आधारित 190 मूर्तियां हैं और यहां 108 स्तंभ स्थापित किए गए हैं।
Photo Credit- M.P Gov