Pracheen Hanuman Mandir: कई मायनों में खास है दिल्ली का प्राचीन हनुमान मंदिर, महाभारत काल से जुड़े हैं तार
Pracheen Hanuman Mandir भारत में कई ऐसे मंदिर मौजूद हैं जो लोगों के बीच बहुत-ही प्रसिद्ध हैं। दिल्ली के कनॉट प्लेस के बाबा खड़ग सिंह मार्ग पर स्थित प्राचीन हनुमान मंदिर भी लोकप्रिय मंदिरों में से एक है। यहां हर दिन विशेषकर मंगलवार और शनिवार के दिन भक्तों का तांता बंधा रहता है। ऐसे में आइए जानते हैं इस मंदिर से जुड़ी खास बातें।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Famous Hanuman Mandir: हिंदू धर्म ग्रंथों के अनुसार, चिरंजीवियों में से एक हनुमान जी अपनी राम भक्ति के लिए जाने जाते हैं। देशभर में हनुमान जी के कई मंदिर मौजूद हैं। आज हम आपको दिल्ली के कनॉट प्लेस में स्थित प्राचीन हनुमान मंदिर से जुड़ी कुछ खास बातें बताने जा रहे हैं, जो इसकी लोकप्रियता का कारण बनी हुई हैं।
ये है खासियत
इस मंदिर को प्राचीन मंदिर यू हीं नहीं कहा जाता। इस मंदिर के तार महाभारत काल से जुड़े हुए हैं। माना जाता है पांडवों ने महाभारत के युद्ध में विजय प्राप्त करने के बाद इस मंदिर की स्थापना की थी। आज मंदिर का जो स्वरूप देखने को मिलता है, उसका निर्माण आंबेर के महाराजा मानसिंह प्रथम ने मुगल सम्राट अकबर के शासनकाल में करवाया था।
इस मंदिर की एक खास बात यह भी है कि 01 अगस्त 1964 से यहां चौबीस घंटे लगातार श्री राम, जय राम, जय जय राम मंत्र का जाप किया जा रहा है। इसी वजह से प्राचीन हनुमान मंदिर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में भी अपनी जगह बना चुका है।
मंदिर से जुड़ी मान्यताएं
इस मंदिर को लेकर यह तक माना जाता है कि इस मंदिर में विराजमान हनुमान जी स्वयंभू हैं, अर्थात वह खुद ही प्रकट हुए हैं। साथ ही यह भी माना जाता है कि इसी मंदिर के दर्शन करने के बाद तुलसीदास ने हनुमान चालीसा की रचना की थी। माना जाता है कि यहां आने वाले भक्तों की सच्चे मन से मांगी गई हर मनोकामना पूरी होती है।
ऐसे पहुंचे मंदिर
यह मंदिर केवल दिल्ली ही नहीं बल्कि देश-विदेश में भी प्रसिद्ध है। आम लोगों से लेकर खास हस्तियों तक, इस मंदिर में कई लोग हाजिरी लगा लगा चुके हैं, जिसमें अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा का नाम भी शामिल हैं। मंदिर पहुंचने के लिए आपको ब्लू लाईन या येलो लाइन के राजीव चौक मेट्रो स्टेशन उतरना होगा। स्टेशन से मंदिर की दूरी पैदल भी पार की जा सकती है। आप चाहे तो यहां से मंदिर के लिए ई रिक्शा भी ले सकते हैं।डिसक्लेमर: 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'