Neelkanth Mahadev Temple: सावन में जरूर करें नीलकंठ महादेव के दर्शन, सभी मुरादें होंगी पूरी
नीलकंठ महादेव मंदिर (Neelkanth Mahadev Temple Rishikesh) भगवान शिव को समर्पित है। यहां तक पहुंचने के लिए लोगों को पहाड़ और नदियों से होकर गुजरना पड़ता है। हर साल मंदिर में कांवड़ यात्रा के दौरान शिव भक्त जलाभिषेक करते हैं। धार्मिक मान्यता है कि नीलकंठ महादेव के दर्शन करने से साधक की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। साथ ही मोक्ष की प्राप्ति होती है।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Neelkanth Mahadev Temple: सावन के महीने का शिव भक्त बेसब्री से इंतजार करते हैं। इस माह में कांवड़ यात्रा की शुरुआत होती है। इस दौरान शिव भक्तों में खास बेहद खास उत्साह देखने को मिलता है। साथ ही शिव मंदिरों में भक्तों की अधिक भीड़ होती है। अगर आप भी सावन में किसी शिव मंदिर जाने की प्लानिंग कर रहें हैं, तो नीलकंठ महादेव मंदिर के दर्शन जरूर करें। मान्यता है कि इस मंदिर के दर्शन करने से जातक की सभी मुरादें पूरी होती हैं। इस मंदिर की नक्काशी बेहद सुंदर तरीके से की गई है। यह मंदिर ऋषिकेश में स्थित है। आइए इस मंदिर से जुड़ी अहम बातें जानते हैं।
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नीलकंठ महादेव मंदिर क्यों प्रसिद्ध है (Why Neelkanth Mahadev Temple Famous)
धार्मिक मान्यता के अनुसार, चीरकाल में जब समुद्र मंथन के दौरान विष की प्राप्ति हुई थी। इस विष का पान भगवान शिव ने किया था, तो माता पार्वती ने शिव जी का ग्रीवा (गला) पकड़ लिया, जिसकी वजह से विष अंदर नहीं जा पाया। इस प्रकार से विष शिव जी के गले में ही रहा। विष के असर से उनका कंठ नीला हो गया। इसलिए उन्हें नीलकंठ नाम से जाना गया। इसी वजह से इस जगह को नीलकंठ महादेव मंदिर का नाम दिया गया।नीलकंठ महादेव मंदिर दर्शन का समय (Neelkanth Mahadev Temple Darshan Timings)
यह मंदिर दर्शन के लिए सुबह 05 बजे से लेकर शाम 06 बजे तक सप्ताह के सभी दिन खुला रहता है।नीलकंठ महादेव मंदिर की आरती टाइमिंग (Neelkanth Mahadev Temple Aarti Timings)
नीलकंठ महादेव मंदिर में मंगला आरती सुबह 05 बजे होती है। आरती में शामिल होने के लिए भक्त दूर-दूर से पहुंचते हैं।
अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।
नीलकंठ महादेव मंदिर कैसे पहुंचें (How to reach Neelkanth Mahadev Temple)
नीलकंठ महादेव मंदिर ऋषिकेश बस टर्मिनल से 32 किमी दूर है। यहां पहुंचने के लिए प्राइवेट और शेयर टैक्सी की मदद ले सकते हैं। इसके अलावा बस के द्वारा भी पहुंच सकते हैं।क्या नीलकंठ महादेव एक ज्योतिर्लिंग है? (is Neelkanth Mahadev a jyotirlinga?)
देशभर में भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंग हैं, जिन्हे द्वादश ज्योतिर्लिंग के नाम से जाना जाता है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि नीलकंठ महादेव मंदिर 12 ज्योतिर्लिंग शामिल नहीं है। यह भी पढ़ें: Weekly Vrat Tyohar 22 July To 28 July 2024: मंगला गौरी व्रत से लेकर मासिक कालाष्टमी तक, पढ़िए व्रत-त्योहार की सूचीअस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।