108 Names of Ganesh ji: गणेश चतुर्थी के दिन करें गणेश जी के 108 नामों का जाप, पूरी होंगी सभी मनोकामनाएं
108 Names of Ganesh ji आज गणेश चतुर्थी के दिन भगवान गणेश के 108 नामों का जाप कर उन्हें मोतीचूर के लड्डू और दूर्वा अर्पित करें। उन्हें लाल रंग के सिंदूर का तिलक लगा कर अपने माथे पर भी सिंदूर का तिलक लगाएं आपकी सभी मनोकामनाओं की पूर्ति होगी....
By Jeetesh KumarEdited By: Updated: Fri, 10 Sep 2021 06:55 PM (IST)
108 Names of Ganesh ji: गजानन, गणपति,विनायक, लम्बोदर, गौरीपुत्र, गणेश आदि गणपति बप्पा के अनेकों नाम उनकी महिमा और स्वरूप का वर्णन करते हैं। शास्त्रों और पुराणों में भगवान गणेश की महिमा की अनेकों गाथाओं और महिमा का गान मिलता है। इन्हीं पौराणिक कथाओं के अनुसार गणेश चतुर्थी का दिन भगवान गणेश के पूजन और उनको प्रसन्न करने का विशेष दिन है। मान्यता है कि इस दिन ही भगवान गणेश का जन्म हुआ था। इसलिए आज गणेश चतुर्थी के दिन से अनंत चतुर्दशी के दिन तक गणेश उत्सव मनाया जाता है।
गणेश उत्सव के काल में भगवान गणेश के नामों का स्मरण करने मात्र से भी भक्तों के सभी कष्ट और संकट दूर होते हैं। आज गणेश चतुर्थी के दिन भगवान गणेश के 108 नामों का जाप कर उन्हें मोतीचूर के लड्डू और दूर्वा अर्पित करें। उन्हें लाल रंग के सिंदूर का तिलक लगा कर, अपने माथे पर भी सिंदूर का तिलक लगाएं आपकी सभी मनोकामनाओं की पूर्ति होगी....
भगवान गणेश के 108 नाम -
1. बालगणपति : सबसे प्रिय बालक2. भालचन्द्र : जिसके मस्तक पर चंद्रमा हो
3. बुद्धिनाथ : बुद्धि के भगवान4. धूम्रवर्ण : धुंए को उड़ाने वाले 5. एकाक्षर : एकल अक्षर6. एकदन्त: एक दांत वाले7. गजकर्ण : हाथी की तरह आंखों वाले8. गजानन: हाथी के मुख वाले भगवान9. गजवक्र : हाथी की सूंड वाले
10. गजवक्त्र: हाथी की तरह मुंह है11. गणाध्यक्ष : सभी जनों के मालिक12. गणपति : सभी गणों के मालिक13. गौरीसुत : माता गौरी के बेटे 14. लम्बकर्ण : बड़े कान वाले देव15. लम्बोदर : बड़े पेट वाले 16. महाबल : अत्यधिक बलशाली 17. महागणपति : देवादिदेव18. महेश्वर: सारे ब्रह्मांड के भगवान19. मंगलमूर्ति : सभी शुभ कार्यों के देव
20. मूषकवाहन : जिनका सारथी मूषक है21. निदीश्वरम : धन और निधि के दाता22. प्रथमेश्वर : सब के बीच प्रथम आने वाले 23. शूपकर्ण : बड़े कान वाले देव24. शुभम : सभी शुभ कार्यों के प्रभु25. सिद्धिदाता: इच्छाओं और अवसरों के स्वामी26. सिद्दिविनायक : सफलता के स्वामी27. सुरेश्वरम : देवों के देव। 28. वक्रतुण्ड : घुमावदार सूंड वाले 29. अखूरथ : जिसका सारथी मूषक है
30. अलम्पता : अनन्त देव। 31. अमित : अतुलनीय प्रभु32. अनन्तचिदरुपम : अनंत और व्यक्ति चेतना वाले 33. अवनीश : पूरे विश्व के प्रभु34. अविघ्न : बाधाएं हरने वाले। 35. भीम : विशाल36. भूपति : धरती के मालिक 37. भुवनपति: देवों के देव। 38. बुद्धिप्रिय : ज्ञान के दाता 39. बुद्धिविधाता : बुद्धि के मालिक40. चतुर्भुज: चार भुजाओं वाले
41. देवादेव : सभी भगवान में सर्वोपरि 42. देवांतकनाशकारी: बुराइयों और असुरों के विनाशक43. देवव्रत : सबकी तपस्या स्वीकार करने वाले44. देवेन्द्राशिक : सभी देवताओं की रक्षा करने वाले45. धार्मिक : दान देने वाले 46. दूर्जा : अपराजित देव47. द्वैमातुर : दो माताओं वाले48. एकदंष्ट्र: एक दांत वाले49. ईशानपुत्र : भगवान शिव के बेटे
50. गदाधर : जिनका हथियार गदा है51. गणाध्यक्षिण : सभी पिंडों के नेता52. गुणिन: सभी गुणों के ज्ञानी53. हरिद्र : स्वर्ण के रंग वाले54. हेरम्ब : मां का प्रिय पुत्र55. कपिल : पीले भूरे रंग वाले 56. कवीश : कवियों के स्वामी57. कीर्ति : यश के स्वामी58. कृपाकर : कृपा करने वाले59. कृष्णपिंगाश : पीली भूरी आंख वाले60. क्षेमंकरी : माफी प्रदान करने वाला
61. क्षिप्रा : आराधना के योग्य62. मनोमय : दिल जीतने वाले63. मृत्युंजय : मौत को हराने वाले64. मूढ़ाकरम : जिनमें खुशी का वास होता है65. मुक्तिदायी : शाश्वत आनंद के दाता66. नादप्रतिष्ठित : जिन्हें संगीत से प्यार हो67. नमस्थेतु : सभी बुराइयों पर विजय प्राप्त करने वाले68. नन्दन: भगवान शिव के पुत्र 69. सिद्धांथ: सफलता और उपलब्धियों के गुरु
70. पीताम्बर : पीले वस्त्र धारण करने वाले 71. प्रमोद : आनंद 72. पुरुष : अद्भुत व्यक्तित्व73. रक्त : लाल रंग के शरीर वाले 74. रुद्रप्रिय : भगवान शिव के चहेते75. सर्वदेवात्मन : सभी स्वर्गीय प्रसाद के स्वीकर्ता 76) सर्वसिद्धांत : कौशल और बुद्धि के दाता77. सर्वात्मन : ब्रह्मांड की रक्षा करने वाले 78. ओमकार : ओम के आकार वाले 79. शशिवर्णम : जिनका रंग चंद्रमा को भाता हो
80. शुभगुणकानन : जो सभी गुणों के गुरु हैं81. श्वेता : जो सफेद रंग के रूप में शुद्ध हैं 82. सिद्धिप्रिय : इच्छापूर्ति वाले83. स्कन्दपूर्वज : भगवान कार्तिकेय के भाई84. सुमुख : शुभ मुख वाले85. स्वरूप : सौंदर्य के प्रेमी86. तरुण : जिनकी कोई आयु न हो87. उद्दण्ड : शरारती88. उमापुत्र : पार्वती के पुत्र 89. वरगणपति : अवसरों के स्वामी
90. वरप्रद : इच्छाओं और अवसरों के अनुदाता91. वरदविनायक: सफलता के स्वामी92. वीरगणपति : वीर प्रभु93. विद्यावारिधि : बुद्धि के देव94. विघ्नहर : बाधाओं को दूर करने वाले95. विघ्नहत्र्ता: विघ्न हरने वाले 96. विघ्नविनाशन : बाधाओं का अंत करने वाले97. विघ्नराज : सभी बाधाओं के मालिक98. विघ्नराजेन्द्र : सभी बाधाओं के भगवान99. विघ्नविनाशाय : बाधाओं का नाश करने वाले 100. विघ्नेश्वर : बाधाओं के हरने वाले भगवान101. विकट : अत्यंत विशाल102. विनायक : सब के भगवान103. विश्वमुख : ब्रह्मांड के गुरु104. विश्वराजा : संसार के स्वामी105. यज्ञकाय : सभी बलि को स्वीकार करने वाले 106. यशस्कर : प्रसिद्धि और भाग्य के स्वामी107. यशस्विन : सबसे प्यारे और लोकप्रिय देव108. योगाधिप : ध्यान के प्रभु डिसक्लेमर'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'