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Aate Ka deepak: करें आटे के दीपक संबंधी ये उपाय, शनि साढ़े साती से लेकर आर्थिक तंगी से मिलेगा छुटकारा

Aate Ka deepak हिंदू धर्म में पूजा-पाठ का विशेष महत्व है। यह ईश्वर के प्रति अपनी श्रद्धा प्रकट करने का एक बेहतरीन तरीका है। पूजा के भगवान को फूल अर्पित किए जाते हैं आरती की जाती है। इन सभी का अपना महत्व है। इसी तरह पूजा में दीपक जलाने का भी महत्व है। इसके बिना पूजा अधूरी समझी जाती है।

By Suman SainiEdited By: Suman SainiUpdated: Tue, 04 Jul 2023 10:07 AM (IST)
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Aate Ke deepak आटे के दीपक के उपाय।
नई दिल्ली, अध्यात्म डेस्क। Aate Ke deepak: दीपक कई प्रकार के होते हैं। आमतौर पर आपने मिट्टी के दीपकों का प्रयोग होते देखा होगा। लेकिन हिंदू धर्म में आटे के दीपक का भी विशेष महत्व बताया गया है। आइए जानते हैं कि इसे पूजा में इस्तेमाल करने से क्या लाभ मिलता है।

आटे के दीपक का महत्व

आटे के दीपक को हिंदू धर्म में शुद्ध और पवित्र माना जाता है। किसी भी प्रकार की साधना या सिद्धि हेतु आटे का दीपक बनाया जाता हैं और इसे ही पूजा करने के लिए सबसे उत्तम मानते हैं। मान्यता है कि देवी-देवता की पूजा में आटे के दीपक जलाने से हर मनोकामना पूरी होती है।

मिलेगी हनुमान जी की कृपा 

अगर आपकी कोई मनोकामना बहुत समय से पूरी नहीं हो रही तो इसके लिए आप ये उपाय कर सकते हैं। मंगलवार के दिन हनुमान मंदिर जाकर आटे का दीपक जलाएं। आटे का दीपक बनाकर उसमें घी और बाती लगाकर हनुमान जी के समझ जलाएं। इससे आपकी हर इच्छा पूरी होगी।

शनि साढ़े साती और ढैय्या से मुक्ति

आटे के दीपक के ज्योतिष शास्त्र के अनुसार भी कई लाभ हैं। कुंडली में मौजूद शनि साढ़े साती और ढैय्या के दुष्प्रभावों को कम करने के लिए शनिवार के दिन शनि मंदिर जाकर आटे के दीपक में सरसों के तेल से दीपक जलाएं। इससे कुंडली में शनि ग्रह की स्थिति मजबूत होगी। साथ ही शनि साढ़े साती और ढैय्या का दुष्प्रभाव भी कम होगा।

आर्थिक स्थिति के लिए करें ये उपाय

अगर आपको पैसों से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है तो इससे छुटकारा पाने के लिए ये उपाय जरूर करें। 11 दिन का संकल्प लेकर रोजाना मां लक्ष्मी के सामने आटे से बना दीपक जलाएं। इससे आर्थिक स्थिति मजबूत होती है। मां लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए मां लक्ष्मी के समक्ष आटे के दीपक में थोड़ा सा हल्दी मिलाकर जलाएं। ऐसा करने से मां लक्ष्मी अति प्रसन्न होती हैं।

डिसक्लेमर: 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'