Adhik Maas 2023: अधिक मास की पूर्णिमा के दिन करें ये विशेष उपाय, माता लक्ष्मी के साथ मिलेगी श्री हरि की कृपा
Adhik Maas 2023 हिंदू पंचांग के अनुसार सावन अधिक मास की पूर्णिमा 1 अगस्त को पड़ रही है। इस दिन कुछ विशेष उपाय करने से व्यक्ति को कई प्रकार के कष्टों से मुक्ति मिलती है। इस दिन किए गए उपायों से व्यक्ति को मानसिक बीमारियों से छुटकारा मिलता है साथ ही कुंडली में चंद्रमा की स्थिति को भी मजबूत किया जा सकता है। आइए जानते हैं ऐसे ही कुछ उपाय।
By Suman SainiEdited By: Suman SainiUpdated: Fri, 28 Jul 2023 10:27 AM (IST)
नई दिल्ली, अध्यात्म। Adhik Maas 2023: जिस प्रकार से सावन का महीना भगवान शिव की आराधना के लिए समर्पित है, ठीक उसी प्रकार पुरुषोत्तम मास का यह महीना भगवान विष्णु को समर्पित माना जाता है। श्रावण मास के बीच 18 जुलाई से अधिक मास लग रहा है और इसका समापन 16 अगस्त 2023 को होगा। सावन में अधिक मास का संयोग पूरे 19 साल बाद बन रहा है इसे मलमास या पुरुषोत्तम मास भी कहते हैं। इस माह में सभी प्रकार के मांगलिक कार्य वर्जित होते हैं।
पूर्णिमा का महत्व
सनातन धर्म में पूर्णिमा का एक विशेष महत्व है। इस दिन चंद्रमा अपने पूर्ण आकार में होता है। इस दिन जल और वातावरण में एक विशेष ऊर्जा होती है। चंद्रमा इस तिथि के स्वामी होते हैं। साथ ही इस दिन स्नान, दान का भी विशेष महत्व है।
चंद्रमा की करें पूजा
1 अगस्त यानी सावन मास अधिक मास की पूर्णिमा के दिन भगवान विष्णु के साथ-साथ माता लक्ष्मी और चंद्रमा की पूजा जरूर करें। इससे व्यक्ति को विशेष फल प्राप्त होता है। साथ ही धन संबंधी समस्याओं का सामना भी नहीं करना पड़ता।इन चीजों का करें दान
पूर्णिमा के दिन दान देने का विशेष महत्व है। इससे व्यक्ति को पुण्य फलों की प्राप्ति होती है। ऐसे में अधिक मास की पूर्णिमा और भी अधिक महत्व रखती है। इस दिन जरूरतमंदों को अन्न, धन, वस्त्र या चावल जैसी चीजों का दान करना चाहिए।
मां लक्ष्मी को लगाएं इस चीज का भोग
माता लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए पूर्णिमा के दिन अष्टालक्ष्मी स्तोत्र का पाठ करना चाहिए। वहीं, अगर आप आर्थिक तंगी का सामना कर रहे हैं तो ऐसे में आपको अधिक मास की पूर्णिमा के दिन माता लक्ष्मी को खीर का भोग लगाना चाहिए। इस उपाय से आपको धन रूपी समस्याओं से छुटकारा मिलता है।डिसक्लेमर: 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी