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Ahoi Ashtami Aarti: बिन आरती अधूरी होती है पूजा, जरूर गाएं अहोई माता की आरती

Ahoi Ashtami Aarti कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को अहोई अष्टमी मनाई जाती है। अहोई माता की पूजा करते समय उनकी आरती जरूर करनी चाहिए। इससे मां प्रसन्न हो जाती हैं। आइए पढ़ते हैं अहोई माता की आरती।

By Shilpa SrivastavaEdited By: Updated: Sun, 08 Nov 2020 11:50 AM (IST)
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Ahoi Ashtami Aarti: बिन आरती अधूरी होती है पूजा, जरूर गाएं अहोई माता की आरती
Ahoi Ashtami Aarti: कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को अहोई अष्टमी मनाई जाती है। इस व्रत का इंतजार महिलाओं को पूरे वर्ष रहता है। इस दिन महिलाएं अपने बच्चों के लिए लंबी उम्र और सुख-समृद्धि की कामना के लिए व्रत करती हैं। इस दिन महिलाएं शिव-पार्वती की पूजा तो करती ही हैं। साथ ही इस दिन महिलाएं अहोई माता की पूजा भी करती हैं। महिलाएं अहोई अष्टमी के दिन निर्जला व्रत करती हैं। फिर तारों को देखकर व्रत खोलती शास्त्रों के मुताबिक, अहोई शब्द, अनहोनी शब्द का अपभ्रंश हैं। यह भी कहा जाता है कि माता पार्वती अपने भक्तों की हर तरह की अनहोनी को टाल देती हैं। मान्यता है कि इस व्रत का महत्व काफी ज्यादा है।

जैसा कि हमने आपको बताया तारों को देख कर व्रत खोला जाता है। इस दिन महिलाएं तारों को करवा से अर्घ्य देती हैं। कहा जाता है कि यह होई गेरु आदि के द्वारा दीवार पर बनाई जाती है या फिर किसी मोटे वस्त्र पर होई काढकर पूजा के समय उसे दीवार पर टांग दिया जाता है। अहोई माता की पूजा करते समय उनकी आरती जरूर करनी चाहिए। इससे मां प्रसन्न हो जाती हैं। आइए पढ़ते हैं अहोई माता की आरती।

अहोई माता की आरती:

जय अहोई माता, जय अहोई माता!

तुमको निसदिन ध्यावत हर विष्णु विधाता। टेक।।

ब्राहमणी, रुद्राणी, कमला तू ही है जगमाता।

सूर्य-चंद्रमा ध्यावत नारद ऋषि गाता।। जय।।

माता रूप निरंजन सुख-सम्पत्ति दाता।।

जो कोई तुमको ध्यावत नित मंगल पाता।। जय।।

तू ही पाताल बसंती, तू ही है शुभदाता।

कर्म-प्रभाव प्रकाशक जगनिधि से त्राता।। जय।।

जिस घर थारो वासा वाहि में गुण आता।।

कर न सके सोई कर ले मन नहीं धड़काता।। जय।।

तुम बिन सुख न होवे न कोई पुत्र पाता।

खान-पान का वैभव तुम बिन नहीं आता।। जय।।

शुभ गुण सुंदर युक्ता क्षीर निधि जाता।

रतन चतुर्दश तोकू कोई नहीं पाता।। जय।।

श्री अहोई माँ की आरती जो कोई गाता।

उर उमंग अति उपजे पाप उतर जाता।।