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Akshaya Tritiya 2020: आज है अक्षय तृतीया, जो अखा तीज के नाम से भी है प्रसिद्ध

Akshaya Tritiya 2020 आज अक्षय तृतीया है जिसे अखा तीज के नाम से भी जाना जाता है। अक्षय तृतीया का हिन्दू धर्म में विशेष महत्व है।

By Kartikey TiwariEdited By: Updated: Sun, 26 Apr 2020 07:08 AM (IST)
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Akshaya Tritiya 2020: आज है अक्षय तृतीया, जो अखा तीज के नाम से भी है प्रसिद्ध
Akshaya Tritiya 2020: अंग्रेजी कैलेंडर के चौथे माह अप्रैल का चौथा सप्ताह चल रहा है। वहीं, हिन्दू कैलेंडर के अनुसार, आज वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि है। इस सप्ताह में कुछ महत्वपूर्ण व्रत एवं त्योहार पड़ रहे हैं, अक्षय तृतीया, विनायक चतुर्थी और रमजान शामिल हैं। हिन्दुओं में अक्षय तृतीया का खास महत्व है। इसका लोगों को वर्ष भर इंतजार रहता है। अक्षय तृतीया या अखा तीज का विशेष महत्व है। यह दिन किसी भी कार्य को प्रारंभ करने के लिए शुभ होता है।

26 अप्रैल: अक्षय तृतीया।

अक्षय तृतीया 2020: अक्षय तृतीया या अखा तीज आज 26 अप्रैल दिन रविवार को है। अक्षय तृतीया वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया ति​थि को मनाई जाती है। इसका हिन्दू धर्म में विशेष महत्व है। अक्षय तृतीया के दिन सोना खरीदना शुभ माना जाता है, लेकिन इस बार लॉकडाउन के कारण संभव नहीं है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, अक्षय तृतीया के दिन सोना खरीदने से परिवार में धन, संपदा और समृद्धि आती है। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा करने का विधान है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, अक्षय तृतीया को ही त्रेता युग का प्रारंभ हुआ था। अक्षय तृतीया का प्रारंभ 26 अप्रैल को दोपहर 01 बजकर 22 मिनट से हो रहा है, जो 27 अप्रैल को दोपहर 02 बजकर 29 मिनट तक है। अक्षय तृतीया पर सोना खरीदने का समय 26 अप्रैल को दिन में 11:51 से शाम 05:45 बजे तक है।l

27 अप्रैल: विनायक चतुर्थी।

विनायक चतुर्थी: वैशाख मास की विनायक चतुर्थी 27 अप्रैल दिन सोमवार को है। वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि का प्रारंभ 26 अप्रैल को दोपहर 01 बजकर 22 मिनट से हो रहा है, जो 27 अप्रैल को दोपहर 02 बजकर 29 मिनट तक है। विनायक चतुर्थी पूजा का समय 27 अप्रैल को दिन में 11:00 बजे से दोपहर 13:38 बजे तक है।

जो बीत गया

22 अप्रैल: वैशाख अमावस्या।

वैशाख अमावस्या: हिन्दू कैलेंडर के अनुसार, वैशाख मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या को वैशाख अमावस्या कहते हैं। वैशाख अमावस्या 22 अप्रैल को है। इसका प्रारंभ 22 अप्रैल दिन बुधवार को सुबह 05 बजकर 37 मिनट से हो रहा है, जो 23 अप्रैल दिन गुरुवार को सुबह 07 बजकर 55 मिनट तक रहेगी। अमावस्या के दिन स्नान दान आदि का विशेष महत्व होता है।

25 अप्रैल: रमजान। 

रमजान 2020: पवित्र रमजान माह का प्रारंभ आज 25 अप्रैल से हो गया है। कल यानी 24 अप्रैल को चांद दिखाई देने के बाद रमजान का प्रारंभ हुआ। रमजान में हर मुस्लिम परिवार खुदा की इबादत करता है और 30 दिनों तक रोजा रखता है। रोजा रखने वाला व्यक्ति रमजान में प्रतिदिन 5 वक्त की नमाज पढ़ता है। हालांकि इस बार कोरोना वायरस के कारण पूरे देश में लॉकडाउन है, ऐसे में सभी लोग घरों में ही नमाज अदा करेंगे और खुदा की इबादत करेंगे। ऐसी मान्यता है कि रमजान में ही पवित्र कुरान पृथ्वी पर अवतरित हुई थी। रमजान के आखिरी दिन ईद मनाई जाती है।

25 अप्रैल: परशुराम जयंती। 

परशुराम जयंती 2020: भगवान विष्णु के अवतार परशुराम जी का पृथ्वी पर अवतरण वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को हुई थी, जो इस वर्ष 25 अप्रैल दिन शनिवार को है। परशुराम जी के अवतरण तिथि को परशुराम जयंती के के रूप में मनाया जाता है। इस दिन भक्त व्रत, पूजन के साथ मौन व्रत भी रखते हैं।