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Bada Mangal 2024 Date: कब है साल का पहला बड़ा मंगल? इस पूजा विधि से सभी संकटों से मिलेगी निजात

धार्मिक मान्यता के अनुसार ज्येष्ठ माह में पड़ने वाले पहले मंगलवार को मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम और उनके परम भक्त हनुमान जी का मिलन हुआ था। इस माह में पड़ने वाले सभी मंगलवार को बड़ा मंगल के नाम से जाना जाता है। इस शुभ मौके पर मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम के भक्त हनुमान जी की विशेष पूजा की जाती है।

By Kaushik Sharma Edited By: Kaushik Sharma Updated: Sat, 18 May 2024 02:23 PM (IST)
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Bada Mangal 2024 Date: कब है साल का पहला बड़ा मंगल? इस पूजा विधि से सभी संकटों से मिलेगी निजात

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Bada Mangal Puja Vidhi: हिंदू नववर्ष का तीसरा महीना ज्येष्ठ माह होता है। इस माह में पड़ने वाले सभी मंगलवार को बड़ा मंगल के नाम से जाना जाता है। इस शुभ मौके पर मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम के भक्त हनुमान जी की विशेष पूजा की जाती है और जीवन में शुभ फल की प्राप्ति के लिए व्रत भी किया जाता है। इस बार साल का पहला बड़ा मंगल 28 मई (Bada Mangal 2024 Date) को है। माना जाता है कि इस दिन विधिपूर्वक बजरंगबली की पूजा करने से सभी संकटों से छुटकारा मिलता है। ऐसे में आइए जानते हैं बड़ा मंगल के दिन हनुमान जी की पूजा किस तरह करना कल्याणकारी माना जाता है।

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बड़ा मंगल पूजा विधि (Bada Mangal Puja Vidhi)

बड़ा मंगल के दिन सुबह उठें और स्नान कर साफ वस्त्र धारण करें। इसके बाद सूर्य देव को जल अर्पित करें। अब मंदिर की साफ-सफाई कर गंगाजल का छिड़काव कर शुद्ध करें। चौकी पर लाल कपड़ा बिछाकर हनुमानजी की प्रतिमा विराजमान करें। उन्हें वस्त्र पहनाएं और रोली, अक्षत और पुष्प अर्पित करें। घी का दीपक जलाकर आरती करें और मंत्रों का जाप करें। इसके अलावा हनुमान चालीसा का पाठ करना फलदायी माना जाता है। बूंदी के लड्डू, मिठाई और फल का भोग लगाएं। अपनी श्रद्धा अनुसार गरीब लोगों में विशेष चीजों का दान करें।

इन मंत्रों का करें जाप

हनुमान मंत्र

अतुलितबलधामं हेमशैलाभदेहम्

दनुजवनकृशानुं ज्ञानिनामग्रगण्यम् ।

सकलगुणनिधानं वानराणामधीशम्

रघुपतिप्रियभक्तं वातजातं नमामि।।

ॐ ऐं ह्रीं हनुमते श्री रामदूताय नमः

यश-कीर्ति के लिए मंत्र

ऊँ नमो हनुमते रुद्रावताराय विश्वरूपाय अमितविक्रमाय

प्रकट-पराक्रमाय महाबलाय सूर्यकोटिसमप्रभाय रामदूताय स्वाहा।

शत्रु पराजय के लिए हनुमान मंत्र

ऊँ नमो हनुमते रुद्रावताराय रामसेवकाय

रामभक्तितत्पराय रामहृदयाय लक्ष्मणशक्ति

भेदनिवावरणाय लक्ष्मणरक्षकाय दुष्टनिबर्हणाय रामदूताय स्वाहा।

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अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।