Basant Panchami 2023: बसंत पंचमी पर छात्र जरूर करें मां सरस्वती के इन मंत्रों का जाप, मिलेगी परीक्षा में सफलता
Basant Panchami 2023 Saraswati Mantra बसंत पंचमी के दिन मां सरस्वती की विधिवत पूजा करने के विधान है। इसके साथ ही इस दिन कापी- किताबपेन बही खाता आदि की पूजा करने का विधान गै। जानिए बसंत पंचमी के दिन मां सरस्वती के किन मंत्रों का जाप करना होगा शुभ।
By Shivani SinghEdited By: Shivani SinghUpdated: Thu, 26 Jan 2023 08:36 AM (IST)
नई दिल्ली, Basant Panchami 2023 Saraswati Mantra: पंचांग के अनुसार, माघ मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को बसंत पंचमी का पर्व मनाया जा रहा है। इस दिन विद्या, ज्ञान, कला की देवी मां सरस्वती की विधिवत पूजा करने का विधान है। इस बार की बसंत पंचमी काफी खास है क्योंकि इस साल एक नहीं बल्कि चार-चार शुभ योग बन रहे हैं। परीक्षा में हमेशा अच्छे परिणाम पाने के लिए विद्यार्थी बसंत पंचमी के दिन मां सरस्वती की विधिवत पूजा, ध्यान करने के साथ इन मंत्रों का जाप कर सकते हैं। इससे मां सरस्वती की असीम कृपा प्राप्त होगी।
Basant Panchami 2023: बसंत पंचमी के दिन बिल्कुल भी न करें ये काम, मां सरस्वती हो जाएंगी रुष्ट
बसंत पंचमी पर करें इन मंत्रों का जाप
1- शारदायै नमस्तुभ्यं मम ह्रदय प्रवेशिनी, परीक्षायां सम उत्तीर्णं, सर्व विषय नाम यथा।2- सरस्वत्यै नमो नित्यं भद्रकाल्यै नमो नम:।3- सरस्वती मंत्र- सरस्वती महाभागे विद्ये कमललोचने । विद्यारूपे विशालाक्षि विद्यां देहि नमोस्तुते ॥
4- सरस्वती बीज मंत्र- ॐ ह्रीं ऐं ह्रीं सरस्वत्यै नमः।Basant Panchami 2023 Bhog: बसंत पंचमी पर मां सरस्वती को लगाएं पीले रंग के ये भोग, खुल जाएगा भाग्य
5- नमस्ते शारदे देवी, काश्मीरपुर वासिनीं, त्वामहं प्रार्थये नित्यं, विद्या दानं च देहि में,6- कंबुकंठी सुताम्रोष्ठी सर्वाभरणं भूषितां महासरस्वती देवी, जिह्वाग्रे सन्निविश्यताम्।।7- सरस्वती गायत्री मंत्रॐ वागदैव्यै च विद्महे कामराजाय धीमहि। तन्नो देवी प्रचोदयात्।8- 'ऎं ह्रीं श्रीं वाग्वादिनी सरस्वती देवी मम जिव्हायां। सर्व विद्यां देही दापय-दापय स्वाहा।'
5- नमस्ते शारदे देवी, काश्मीरपुर वासिनीं, त्वामहं प्रार्थये नित्यं, विद्या दानं च देहि में,6- कंबुकंठी सुताम्रोष्ठी सर्वाभरणं भूषितां महासरस्वती देवी, जिह्वाग्रे सन्निविश्यताम्।।7- सरस्वती गायत्री मंत्रॐ वागदैव्यै च विद्महे कामराजाय धीमहि। तन्नो देवी प्रचोदयात्।8- 'ऎं ह्रीं श्रीं वाग्वादिनी सरस्वती देवी मम जिव्हायां। सर्व विद्यां देही दापय-दापय स्वाहा।'