Bhadrapada Purnima 2021: भाद्रपद पूर्णिमा पर करें चंद्रमा और मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के ये उपाय
Bhadrapada Purnima 2021 भाद्रपद मास की पूर्णिमा तिथि इस साल 20 सितंबर दिन सोमवार को पड़ रही है।आइए जानते हैं भाद्रपद पूर्णिमा पर किए जाने वाले उन उपायों के बारे में जिनको करने से मां लक्ष्मी की कृपा आप पर बनी रहेगी...
By Jeetesh KumarEdited By: Updated: Mon, 20 Sep 2021 07:50 AM (IST)
Bhadrapada Purnima 2021: हिंदू धर्म में पूर्णिमा तिथि का विशेष महत्व है। इस दिन चंद्रमा अपनी पूर्ण कला में होता है तथा सर्वाधिक फल प्रदान करने वाला होता है। पूर्णिमा तिथि पर भगवान विष्णु, माता लक्ष्मी और चंद्रमा के पूजन का विधान है। भाद्रपद मास की पूर्णिमा तिथि इस साल 20 सितंबर, दिन सोमवार को पड़ रही है। सोमवार चंद्रमा का दिन होने के कारण इस पूर्णिमा पर चंद्रमा का पूजन विशेष फलदायी है। आइए जानते हैं भाद्रपद पूर्णिमा पर किए जाने वाले उन उपायों के बारे में जिनको करने से मां लक्ष्मी की कृपा आप पर बनी रहेगी...
1-सोमवार की पूर्णिमा के दिन चंद्रमा को दूध और चीनी के मिश्रण या दूध की खीर का अर्घ्य देना चाहिए। ऐसा करने से चंद्रमा सुख, सौभाग्य और निरोगी काया प्रदान करते हैं।2- सोमवार की पूर्णिमा के दिन सफेद रंग की वस्तुओं दूध, सफेद मिठाई, चांदी या सफेद वस्त्र का दान करने से धन, धान्य की प्राप्ति होती है।
3- पूर्णिमा के दिन चांदी का चौकोर टुकड़ा माता लक्ष्मी को अर्पित कर के अपनी पर्स में रख ले। ऐसा करने से धन लाभ होता है तथा आर्थिक तंगी का सामना नहीं करना पड़ेगा।4- धन की प्राप्ति के लिए भाद्रपद की पूर्णिमा के दिन सांय काल में लक्ष्मी स्त्रोत का पाठ करना चाहिए और घर के मुख्य द्वार पर घी का दीपक जलाना चाहिए। ऐसा करने से घर में मां लक्ष्मी का आगमन होता है।
5- मान्यता है कि पूर्णिमा के दिन माता लक्ष्मी पीपल के पेड़ पर वास करती हैं। इसलिए पूर्णिमा के दिन पीपल के पेड़ पर जल चढ़ा कर उसके समीप दिया जलाना चाहिए। ऐसा करने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती है।
6- पूर्णिमा के दिन माता लक्ष्मी को इत्र, सुगंधित चंदन अर्पित करें तथा ये दिन व्यापार में वृद्धि के लिए श्री यंत्र की स्थापना करने के लिए अत्यंत शुभ होता है।डिसक्लेमर 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'