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Bhai Dooj 2022 Date And Time: 26 या 27 अक्टूबर भाई दूज की तिथि को लेकर असंजस? जानिए सही डेट और मुहूर्त

Bhai Dooj 2022 Date And Time भाई बहन के प्रेम का प्रतीक भाई दूज का पर्व दिवाली के दो दिन के बाद मनाया जाता है। इस बार भाई दूज की तिथि को लेकर काफी कंफ्यूजन है। जानिए भाई दूज की सही तिथि के साथ तिलक करने का मुहूर्त।

By Shivani SinghEdited By: Updated: Tue, 20 Sep 2022 11:09 AM (IST)
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Bhai Dooj 2022 Date And Time: जानिए भाई दूज का सही तारीख और मुहूर्त
नई दिल्ली, Bhai Dooj 2022 Date And Time: पंचांग के अनुसार, कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को भाई दूज का पर्व मनाया जाता है। भाई-बहन के पवित्र रिश्ते और स्नेह का प्रतीक भैया दूज को भाई टीका, यम द्वितीया, भ्रातृ द्वितीया आदि नामों से भी जाना जाता है। इस खास पर्व में बहनें अपने भाईयों को तिलक लगाकर उनकी लंबी आयु, अच्छे स्वास्थ्य और सुख-समृद्धि की कामना करती है। वहीं भाई बहनों के पैर छूकर शगुन के रूप में उपहार देते हैं। शास्त्रों के अनुसार, इस दिन यमदेव अपनी बहन यमुना के बुलावे में उनके घर भोजन करने गए थे। तब से इस पर्व की शुरुआत हुई। इस पर्व को मनाने के पीछे श्रीकृष्ण संबंधी एक और कथा काफी प्रचलित है। इस दिन देवता यमराज की पूजा की जाती है। जानिए इस साल भाई दूज कब है, साथ ही जानिए शुभ मुहूर्त।

भाई दूज 2022 तिथि

इस साल दिवाली का पर्व 24 अक्टूबर को मनाया जा रहा है। इसके बाद गोवर्धन पूजा और फिर 26 अक्टूबर 2022 को भाई दूज का पर्व मनाया जाएगा। बता दें कि इस साल गोवर्धन पूजा के दिन सूर्य ग्रहण भी पड़ रहा है।

इस साल कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि 26 अक्टूबर को दोपहर से शुरू हो रही है जो 27 अक्टूबर की दोपहर को समाप्त हो रही है। ऐसे में इस बार 26 और 27 दोनों ही दिन भाई दूज का पर्व मनाया जा रहा है। लेकिन 26 अक्टूबर को ज्यादा श्रेष्ठ माना जा रहा है।

भाई दूज 2022 का शुभ मुहूर्त

शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि प्रारंभ- 26 अक्टूबर दोपहर 2 बजकर 42 मिनट से

शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि समाप्त- 27 अक्टूबर 12 बजकर 45 मिनट तक

भाई दूज अपराह्न समय - 26 अक्टूबर दोपहर 01 बजकर 12 मिनट से 0 3 बजकर 27 मिनट तक

भाई दूज 2022 विधि

कार्तिक मास की द्वितीया तिथि को सुबह के समय चंद्रमा के दर्शन करें। इसके बाद यमुना नदी में स्नान करें। अगर नहीं जा सकते हैं, तो घर में ही तेल लगाकर स्नान कर लें। इसके बाद साफ सुथरे वस्त्र धारण करके दोपहर के समय बहन से तिलक आदि लगवाने के साथ उपहार देना चाहिए।

अगर आपकी अपनी बहन नहीं है,तो चाचा, मौसी या फिर मित्र की बहन से भी तिलक लगाकर उपहार आदि देना शुभ माना जाता है।

Pic Credit- Freepik

डिसक्लेमर

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