Brihaspati Dev Mantras: इन मंत्रों का जाप करने से जीवन होता है खुशहाल
Brihaspati Dev Mantras गुरुवार या बृहस्पतिवार के दिन मांगलिक कार्यों के देवता बृहस्पति देव की भी पूजा की जाती है। इन्हें गुरु धर्म और शिक्षा का कारक कहा जाता है।
By Shilpa SrivastavaEdited By: Updated: Thu, 23 Jul 2020 07:00 AM (IST)
Brihaspati Dev Mantras: गुरुवार या बृहस्पतिवार के दिन मांगलिक कार्यों के देवता बृहस्पति देव की भी पूजा की जाती है। इन्हें गुरु, धर्म और शिक्षा का कारक कहा जाता है। साथ ही इन्हें देवताओं का गुरु भी कहा जाता है। इसके साथ ही कहा गया है कि बृहस्पति देव का व्रत करने से वैवाहिक जीवन में भी खुशहाली आती है। इसके साथ ही इन्हें बुद्धि का कारक भी कहा जाता है। इस दिन अगर आप पीले वस्त्र पहनते हैं या बृहस्पति देव को पीले फूल चढ़ाते हैं तो आपको शुभ फल प्राप्त होता है। ऐसा इसलिए क्योंकि बृहस्पति देव को पीले रंग से बेहद लगाव है। अपनी सामर्थ्य के अनुसार, फल-फूल, चने की दाल, पीला चंदन, पीली मिठाई, मुक्का, पीला मक्के का आटा, चावल और हल्दी दान करनी चाहिए। गुरुवार के दिन बृहस्पति देव के व्रत के साथ-साथ उनकी आरती करने का भी विधान है। इनकी आरती पढ़ने के लिए क्लिक करें यहां।
वहीं, यह भी कहा जाता है कि अगर श्री बृहस्पति देव जी के मंत्रों का जाप किया जाए तो वो आपके हर परेशानी को हर लेते हैं। अगर पूरे विधि-विधान के साथ बृहस्पति देव की पूजा की जाए तो व्यक्ति की मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। शुभ फल पाने के लिए श्री बृहस्पति देव का व्रत करें और साथ ही साथ सच्चे मन से उनकी आरती भी करें। साथ ही निम्नलिखित मंत्रों का जाप भी करें।1- देवानां च ऋषीणां च गुरुं का चनसन्निभम।
2- बुद्धि भूतं त्रिलोकेशं तं नमामि बृहस्पितम।3- ऊं ग्रां ग्रीं ग्रौं स: गुरवे नम:।
4- ऊं बृं बृहस्पतये नम:। 5- ऊं अंशगिरसाय विद्महे दिव्यदेहाय धीमहि तन्नो जीव: प्रचोदयात्।अगर आप भी अपनी पीड़ाओं से मुक्ति चाहते हैं तो आप इनके व्रत के दौरान कथा भी पढ़ सकते हैं। शील और धर्म के अवतार माने जाने वाले बृहस्पति जी का अगर आपने आज व्रत कर रहे हैं तो यहां पढ़ें व्रत कथा