Chaitra Navratri 2023: कब से शुरू हो रही है चैत्र नवरात्रि? जानिए घटस्थापना मुहूर्त और तिथियां
Chaitra Navratri 2023 नवरात्रि के दौरान मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा करने का विधान है। चैत्र नवरात्रि जल्द ही आरंभ होने वाली है। इस नौ दिनों में भक्तगण अखंड ज्योति के साथ कलश स्थापना करते हैं। जानिए मुहूर्त और कैलेंडर
By Shivani SinghEdited By: Shivani SinghUpdated: Tue, 21 Feb 2023 02:57 PM (IST)
नई दिल्ली, Chaitra Navratri 2023 Start Date: हिंदू कैलेंडर के अनुसार, साल में चार बार नवरात्रि का पर्व मनाया जाता है। जिसमें से दो चैत्र और शारदीय नवरात्रि है और दो गुप्त नवरात्रि पड़ती है। नौ दिनों तक चलने वाले इस नवरात्रि में मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा से करने के साथ व्रत रखने का विधान है। नौ दिनों तक चलने वाले नवरात्रि के दिनों में कई भक्त नौ दिनों तक अखंड ज्योति भी जलाने के साथ कलश स्थापना करते हैं। माना जाता है कि नवरात्रि के दौरान पूजा करने और व्रत रखने से मां दुर्गा हर कष्ट को हर लेती हैं और सुख-समृद्धि, धन-ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है। जानिए चैत्र नवरात्रि का शुभ मुहूर्त सहित सभी तिथियां।
चैत्र नवरात्रि 2023 तिथि और मुहूर्त
हिंदू पंचांग के अनुसार, चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि के साथ आरंभ होते हैं। इस साल प्रतिपदा तिथि 21 मार्च को रात 10 बजकर 52 मिनट से शुरू हो रही है, जिसका समापन 22 मार्च को शाम 8 बजकर 20 मिनट पर हो रहा है। इस कारण 21 मार्च से चैत्र नवरात्रि आरंभ हो रहे हैं, जो 30 मार्च को रामनवमी तिथि के साथ समाप्त होंगे।
चैत्र नवरात्रि 2023 कलश स्थापना मुहूर्त
22 मार्च को सुबह 6 बजकर 23 मिनट से 7 बजकर 32 मिनट तकअवधि- 1 घंटा 9 मिनट
चैत्र नवरात्रि 2023 कैलेंडर
22 मार्च 2023, बुधवार- मां शैलपुत्री की पूजा, घटस्थापना23 मार्च 2023, गुरुवार- मां ब्रह्मचारिणी की पूजा24 मार्च 2023, शुक्रवार- मां चंद्रघंटा की पूजा25 मार्च 2023, शनिवार- मां कूष्मांडा की पूजा26, मार्च 2023, रविवार- मां स्कंदमाता की पूजा27 मार्च 2023, सोमवार- मां कात्यायनी की पूजा
28 मार्च 2023, मंगलवार- मां कालरात्रि की पूजा29 मार्च 2023, बुधवार- मां महागौरी की पूजा30 मार्च, गुरुवार- मां सिद्धिदात्री की पूजा, राम नवमी Pic Credit- Freepikडिसक्लेमर- इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।