Chaitra Navratri 2024 Day 9: मां सिद्धिदात्री की पूजा में जरूर करें ये आरती, रोगों से मिलेगी मुक्ति
महानवमी नवरात्र का आखिरी दिन होता है। इस दिन मां सिद्धिदात्री की पूजा-अर्चना करने का विधान है। मां की उपासना करने से समस्त सिद्धियों का ज्ञान प्राप्त होता है। साथ ही जीवन से हमेशा के लिए अंधकार का अंत होता है। अगर आप भी मां सिद्धिदात्री को प्रसन्न करना चाहते हैं तो आज पूजा के समय मां सिद्धिदात्री की आरती करें।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Chaitra Navratri 2024 Day 9 Maa Siddhidatri Aarti: चैत्र नवरात्र के नौवें दिन मां सिद्धिदात्री की पूजा-अर्चना करने का विधान है। चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि पर मां सिद्धिदात्री की विशेष पूजा की जाती है। साथ ही कन्या पूजन किया जाता है। मान्यता है कि मां सिद्धिदात्री की उपासना करने से साधक को सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है। साथ ही रोगों से छुटकारा मिलता है। मां सिद्धिदात्री को मोक्ष और सिद्धि की देवी कहा जाता है। नवमी की पूजा के दौरान मां सिद्धिदात्री की आरती अवश्य करनी चाहिए। आरती न करने से पूजा पूर्ण नहीं होती है। अगर आप भी मां सिद्धिदात्री को प्रसन्न करना चाहते हैं, तो आज पूजा के समय मां सिद्धिदात्री की आरती करें।
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सिद्धिदात्री माता आरती लिरिक्स (Maa Siddhidatri Aarti Lyrics in Hindi)
जय सिद्धिदात्री माँ तू सिद्धि की दाता।तु भक्तों की रक्षक तू दासों की माता॥
तेरा नाम लेते ही मिलती है सिद्धि।तेरे नाम से मन की होती है शुद्धि॥कठिन काम सिद्ध करती हो तुम।जभी हाथ सेवक के सिर धरती हो तुम॥तेरी पूजा में तो ना कोई विधि है।
तू जगदम्बें दाती तू सर्व सिद्धि है॥रविवार को तेरा सुमिरन करे जो।तेरी मूर्ति को ही मन में धरे जो॥तू सब काज उसके करती है पूरे।कभी काम उसके रहे ना अधूरे॥तुम्हारी दया और तुम्हारी यह माया।रखे जिसके सिर पर मैया अपनी छाया॥सर्व सिद्धि दाती वह है भाग्यशाली।जो है तेरे दर का ही अम्बें सवाली॥हिमाचल है पर्वत जहां वास तेरा।महा नंदा मंदिर में है वास तेरा॥
मुझे आसरा है तुम्हारा ही माता।भक्ति है सवाली तू जिसकी दाता॥मां सिद्धिदात्री के मंत्र
- ॐ सिद्धिदात्र्यै नमः
- ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डाय विच्चे ॐ सिद्धिदात्री देव्यै नमः
- ॐ जयन्ती मां सिद्धिदात्री देवी
- या देवी सर्वभूतेषु सिद्धिदात्री रूपेण संस्थिता नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै इति..