Chandan in Puja Path: पूजा-पाठ में क्यों हैं चंदन का इतना महत्व? जानिए अलग-अलग चंदन के लाभ
चंदन का इस्तेमाल कई तरीकों से होता है। त्वचा से लेकर पूजा-पाठ तक में चंदन के कई लाभ हैं। इसके कई प्रकार मौजूद हैं जैसे - लाल चंदन पीला चंदन सफेद चंदन हरि चंदन गोपी चंदन आदि। हर चंदन का अपना-अपना महत्व है।
By Jagran NewsEdited By: Shantanoo MishraUpdated: Wed, 17 May 2023 12:48 PM (IST)
नई दिल्ली, अध्यात्म डेस्क। Chandan in Puja Path: आयुर्वेद में चंदन के कई लाभ बताए गए हैं। चंदन को माथे पर लगाने से शीतलता प्राप्त होती है। इसका धार्मिक महत्व भी है। किसी भी देवी-देवता की पूजा चंदन के बिना अधूरी मानी जाती है। चंदन का इस्तेमाल विष्णु भगवान को तिलक लगाने से लेकर उनके मंत्रों का जाप करने के लिए इसकी माला का बनाने तक में होता है। आइए जानते हैं कि अलग-अलग चंदन का क्या महत्व है।
सफेद चंदन की माला से करें इन मंत्रों का जाप
गले पर सफेद चंदन लगाने से या फिर चंदन की माला धारण करने से भगवान विष्णु की कृपा आपके ऊपर बनी रहती है। साथ ही इससे मानसिक शांति और सुख-समृद्धि प्राप्त होती है। माथे पर लगा तिलक सभी आपदाओं से बचाता है और सुख-सौभाग्य का कारक बनता है। सफेद चंदन की माला से महासरस्वती, महालक्ष्मी मंत्र, गायत्री मंत्र आदि का जाप करने से शुभ फल प्राप्त होता है।
लाल चंदन से सूर्य देव होंगे प्रसन्न
लाल चंदन की माला से मां दुर्गा के लिए मंत्र उच्चारण करने से मनचाहा वरदान मिलता है। साथ ही इस उपाय से मंगल ग्रह से जुड़ा दोष भी दूर हो जाता है। सूर्य देव को प्रसन्न करने के लिए प्रतिदिन सुबह जल्दी उठकर इस उपाय को करना चाहिए। प्रात:काल तांबे के लोटे में जल लेकर उसमें लाल चंदन, लाल फूल एवं चावल डालकर सूर्य मंत्र का जाप करते हुए भगवान सूर्य को अर्घ्य दें। इससे सूर्य देव आपको आयु, आरोग्य, धन-धान्य, सौभाग्य आदि का आशीर्वाद देंगे।श्रीकृष्ण को प्रिय है गोपी चंदन
पुराणों के अनुसार, भगवान श्रीकृष्ण को गोपी चंदन अति प्रिय है। इसलिए पहले भगवान श्रीकृष्ण को गोपी चंदन अर्पित करें फिर स्वयं उसे माथे पर लगाएं। प्रतिदिन गोपी-चंदन का तिलक धारण करने वाला पापी मनुष्य भी भगवान कृष्ण के धाम, गोलोक वृन्दावन को प्राप्त होता है। मान्यता है कि इस चंदन को धारण करने से समस्त तीर्थों में दान देना और व्रत करने जितना ही फल प्राप्त होता है।
हरि चंदन से मिलेगी सफलता
हरि चन्दन तुलसी की शाखाओं और जड़ से तैयार किया जाता है। इसे धारण करने से मनुष्य रोगों से दूर रहता है। अगर आप मन और मस्तिष्क की शांति पाना चाहते हैं तो हरि चंदन को भगवान विष्णु और उनके सभी अवतारों को अर्पित करने के बाद स्वयं के माथे पर लगाएं। ऐसा करने से आपको हर क्षेत्र में सफलता मिलेगी।By- Suman Sainiडिसक्लेमर: 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'