Shukrawar Ke Upay: शुक्रवार को पूजा के समय करें राशि अनुसार मंत्रों का जप, सुख और सौभाग्य में होगी वृद्धि
सनातन धर्म में शुक्रवार के दिन धन के देवता कुबेर देव की भी उपासना की जाती है। इसके साथ ही सुखों के कारक शुक्र देव की भी पूजा की जाती है। कुंडली में शुक्र मजबूत रहने पर जातक को जीवन में सभी प्रकार के सुखों की प्राप्ति होती है। इस दिन लक्ष्मी नारायण जी (Maa Laxmi Puja Vidhi) की विशेष पूजा की जाती है।
By Pravin KumarEdited By: Pravin KumarUpdated: Thu, 19 Sep 2024 09:43 PM (IST)
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। सनातन धर्म में शुक्रवार के दिन धन की देवी मां लक्ष्मी की पूजा का विधान है। इस दिन लक्ष्मी वैभव व्रत भी रखा जाता है। इस व्रत को विवाहित महिलाएं करती हैं। हालांकि, पुरुष भी लक्ष्मी वैभव व्रत रख सकते हैं। इस व्रत को करने से धन संबंधी परेशानी से मुक्ति मिलती है। साथ ही सुख और सौभाग्य में समय के साथ वृद्धि होती रहती है। साधक शुक्रवार के दिन भक्ति भाव से मां लक्ष्मी की पूजा करते हैं। ज्योतिष शास्त्र में धन की देवी मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के उपाय (Shukrawar Ke Upay) बताए गए हैं। इन उपायों को करने से मां लक्ष्मी की कृपा साधक पर बरसती है। उनकी कृपा से साधक की बिगड़ी किस्मत संवर जाती है। अगर आप भी मां लक्ष्मी की कृपा के भागी बनना चाहते हैं, तो शुक्रवार के दिन भक्ति भाव से मां लक्ष्मी की पूजा करें। साथ ही पूजा के समय राशि अनुसार मां लक्ष्मी के नामों का मंत्र जप करें।
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राशि अनुसार मंत्र जप
- मेष राशि के जातक 'ऊँ पद्मायै नमः' मंत्र का जप करें।
- वृषभ राशि के जातक 'ऊँ सुधायै नमः' मंत्र का जप करें।
- मिथुन राशि के जातक 'ऊँ लक्ष्म्यै नमः' मंत्र का जप करें।
- कर्क राशि के जातक 'ऊँ वसुधायै नमः' मंत्र का जप करें।
- सिंह राशि के जातक 'ऊँ कमलायै नमः' मंत्र का जप करें।
- कन्या राशि के जातक 'ऊँ बुद्धयै नमः' मंत्र का जप करें।
- तुला राशि के जातक 'ऊँ अमृतायै नमः' मंत्र का जप करें।
- वृश्चिक राशि के जातक 'ऊँ करुणायै नमः' मंत्र का जप करें।
- धनु राशि के जातक'ऊँ वरलक्ष्म्यै नमः' मंत्र का जप करें।
- मकर राशि के जातक 'ऊँ वसुप्रदायै नमः' मंत्र का जप करें।
- कुंभ राशि के जातक 'ऊँ शुभायै नमः' मंत्र का जप करें।
- मीन राशि के जातक 'ऊँ रमायै नमः' मंत्र का जप करें।
अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।