Mangal Dosh Nivaran:मंगलवार को करें मंगल ग्रह के इन मंत्रों का जाप दूर होगा मंगल दोष
Mangal Dosh Remedies ज्योतिषों की मानें तो मांगलिक दोष लगने से व्यक्ति के जीवन में अस्थिरता आ जाती है। विशेषकर शादी-विवाह में बहुत दिक्कत होती है। मांगलिक होने पर मांगलिक जातक से शादी करने की सलाह दी जाती है। अमांगलिक जातक से शादी करने पर विवाह उपरांत परेशानी आती है।
By Umanath SinghEdited By: Updated: Tue, 18 Jan 2022 12:31 PM (IST)
Mangal Dosh Nivaran:मंगलवार का दिन मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम के अनन्य परम भक्त हनुमान जी को समर्पित होता है। इस दिन हनुमान जी की पूजा-उपासना करने का विधान है। इन्हें कई नामा से जाना जाता है। बल, बुद्धि और विद्या के दाता हनुमान जी को संकट हरने वाला भी कहा जाता है। अतः साधक मंगलवार के दिन हनुमान जी की पूजा-भक्ति करते हैं। साथ ही मंगलवार के दिन मंगल दोष निवारण उपाय भी किया जाता है। ज्योतिषों की मानें तो मांगलिक दोष लगने से व्यक्ति के जीवन में अस्थिरता आ जाती है। विशेषकर शादी-विवाह में बहुत दिक्कत होती है। मांगलिक होने पर मांगलिक जातक से शादी करने की सलाह दी जाती है। अमांगलिक जातक से शादी करने पर विवाह उपरांत परेशानी आती है। इसके अलावा, जीवन पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। इसके लिए जातक को मंगलवार के दिन मंगल दोष निवारण करना चाहिए। अगर आप भी मंगल दोष से पीड़ित हैं और इससे निजात पाना चाहते हैं, तो मंगलवार के दिन इन मंत्रों का जाप अवश्य करें। इन मंत्रों के जाप से मंगल दोष का प्रभाव समाप्त हो जाता है। आइए जानते हैं-
मंगल गायत्री मंत्रॐ क्षिति पुत्राय विदमहे लोहितांगाय
धीमहि-तन्नो भौम: प्रचोदयात।मंगल ग्रह का प्रार्थना मंत्र-
'ॐ धरणीगर्भसंभूतं विद्युतकान्तिसमप्रभम।कुमारं शक्तिहस्तं तं मंगलं प्रणमाम्यहम।।'मंगल ग्रह का तांत्रिक मंत्र--ॐ हां हंस: खं ख:-ॐ हूं श्रीं मंगलाय नम:-ॐ क्रां क्रीं क्रौं स: भौमाय नम:मंगल का नाम मंत्र
ॐ अं अंगारकाय नम: ॐ भौं भौमाय नम:"ऊँ नमो भगवते पंचवदनाय पश्चिमुखाय गरुडाननामं मं मं मं मं सकल विषहराय स्वाहा।।इस मंत्र के जाप से जीवन में सुख, शांति और समृधि आती है। अगर आप आर्थिक संकट से गुजर रहे हैं तो रोजाना स्नान-ध्यान के बाद कम से कम 11 बार जरूर जाप करें। इससे जीवन में आ रही आर्थिक संकट दूर हो जाएंगे।ॐ हं हनुमंते रुद्रात्मकाय हुं फट्रोजाना पूजा करने के समय इस मंत्र का जाप जरूर करें। इसे हनुमान जी की पूजा करने से पहले उच्चारण करें। ऐसा कहा जाता है कि इस मंत्र के जाप से हनुमान जी जल्दी प्रसन्न होते हैं।
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