Move to Jagran APP

Names Of Maa Durga: जीवन में व्याप्त संकट को करना चाहते हैं दूर, तो रोजाना करें मां दुर्गा के इन नामों का जाप

Names Of Maa Durga सनातन शास्त्रों में निहित है कि व्यक्ति अपने कर्म के अनुसार फल भोगता है। अच्छे कर्म करने वाले को अच्छा फल मिलता है। जबकि बुरे कर्म करने वाले को बुरा फल मिलता है। कई मौके पर ईश्वर भी व्यक्ति की परीक्षा लेते हैं।

By Pravin KumarEdited By: Pravin KumarUpdated: Mon, 10 Apr 2023 03:30 PM (IST)
Hero Image
Names Of Maa Durga: जीवन में व्याप्त संकट को करना चाहते हैं दूर, तो करें इन नामों का जाप
नई दिल्ली, अध्यात्म डेस्क | Names of Goddess Durga: सनातन धर्म में पुनर्जन्म का विधान है। वहीं, सनातन शास्त्रों में निहित है कि व्यक्ति अपने कर्म के अनुसार फल भोगता है। अच्छे कर्म करने वाले को अच्छा फल मिलता है। जबकि, बुरे कर्म करने वाले को बुरा फल मिलता है। कई मौके पर ईश्वर भी व्यक्ति की परीक्षा लेते हैं। इस वजह से व्यक्ति के जीवन में अस्थिरता आ जाती है। वह संकट से घिर जाता है। वह लाख चाहकर भी अपने दुख और संकट को दूर नहीं कर पाता है। अगर आप भी आर्थिक तंगी से परेशान हैं और इससे निजात पाना चाहते हैं, तो रोजाना मां दुर्गा के नामों का जाप करें। मां दुर्गा की कृपा से व्यक्ति के जीवन में व्याप्त सभी दुख दूर हो जाते हैं। साथ ही घर में सुख और समृद्धि का आगमन होता है। आइए, मां दुर्गा के 108 नामों को जानते हैं-

मां दुर्गा के 108 नाम

-अपर्णा, अनेकवर्णा, आर्या, आद्या, अनंता, अनेकास्त्रधारिणी, अहंकारा, अभव्या, अग्निज्वाला, अमेयविक्रमा, अप्रौढ़ा, उत्कर्षिनी, अनेकशस्त्रहस्ता,

ऐंद्री, एककन्या,

-कात्यायनी, कालरात्रि, कलमंजरीरंजिनी, क्रूरा, क्रिया, कुमारी, कैशोरी, कराली, कौमारी, घोररूपा,

-चित्तरूपा, चिता, चिति, चित्रा, चंद्रघंटा, चंडमुंडविनाशिनी, चिंता, चामुंडा, जलोदरी

-देवमाता, दक्षकन्या, दक्षयज्ञविनाशिनी,

-निशुंभशुंभहननी, दुर्गा, जया, त्रिनेत्रा, विमला, ज्ञाना,नित्या, नारायणी,

-पाटला, पाटलावती, पट्टाम्बरपरिधाना, पिनाकधारिणी, परमेश्वरी, प्रत्यक्षा, पुरुषाकृति, प्रौढ़ा,

-भवप्रीता, भवानी, भवमोचनी, भाविनी, भव्या, भद्रकाली,

-महिषासुरमर्दिनी, मधुकैटभहंत्री, माहेश्वरी, महातपा, मन, मातंगी, मतंगमुनिपूजिता, महोदरी, मुक्तकेशी, महाबला,

-ब्राह्मी, बुद्धि, बुद्धिदा, बहुला, बहुलप्रिया, ब्रह्मावादिनी, बलप्रदा, वनदुर्गा, वाराही, विष्णुमाया, वृद्धमाता, वैष्णवी,

-युवती, यति,

-रौद्रमुखी, रत्नप्रिया,

-लक्ष्मी,

-सती, साध्वी, शिवदुती, शूलधारिणी, सत्यानंदस्वरुपिणी, सदागति, शाम्भवी, सुंदरी, सुरसुंदरी, सर्ववाहनवाहना, सावित्री, सत्या, सर्वास्त्रधारिणी, सर्वसुरविनाशा, सर्वदानवघातिनी, सर्वशास्त्रमयी, सर्वविद्या, सर्वमंत्रमयी, सत्ता,

मां दुर्गा के मंत्र

1.

सर्व मंगल मांगल्ये शिवे सर्वार्थ साधिके।

शरन्ये त्रयम्बिके गौरी नारायणी नमोस्तुते।।

2.

शान्तिकर्मणि सर्वत्र तथा दु:स्वप्नदर्शने |

ग्रहपीडासु चोग्रासु माहात्म्यं श्रृणुयान्मम||

3.

देहि सौभाग्य आरोग्यं देहि में परमं सुखम्।

रूपं देहि जयं देहि यशो देहि द्विषोजहि।।

4.

'धर्म्याणि देवि, सकलानि सदैव कर्माएयत्यादृत: प्रतिदिनं सुकृति करोति।

स्वर्गं प्रयाति च ततो भवानी प्रवती प्रसादात् लोकत्रयेऽपि फलदा तनु देवि, लेन।।'

डिसक्लेमर-'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी। '