Dhanteras 2022: इस शुभ मुहूर्त में करें भगवान धन्वंतरि की पूजा
Dhanteras 2022 आज शाम के समय धनतेरस पर्व की शुरुआत हो जाएगी। जिसका समापन कल शाम को होगा। ऐसे में धनतेरस पर इस शुभ योग में खरीदारी करने से व्यक्ति को विशेष लाभ मिलता है और सभी दुःख दूर हो जाते हैं।
By Shantanoo MishraEdited By: Updated: Sun, 23 Oct 2022 10:45 AM (IST)
नई दिल्ली, डिजिटल डेस्क | Dhanteras 2022, : आज यानि 23 अक्टूबर के दिन कई जगहों पर धनतेरस का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है। मान्यताओं के अनुसार आज के दिन भगवान धन्वंतरि की पूजा करने से भक्तों को आरोग्यता का आशीर्वाद मिलता है। साथ ही उनके सभी दुःख दूर हो जाते हैं।
मान्यता है कि आज के दिन सोना, चांदी या बर्तन इत्यादि खरीदने से व्यक्ति को कई गुना लाभ प्राप्त होता है और वह जीवन में सभी क्षेत्रों में तरक्की करता है। आज त्रिपुष्कर योग का निर्माण हो रहा है। जिसमें किसी भी कार्य को शुरू करने से व्यक्ति को कई गुना फल मिलता है।
इस शुभ योग में करें प्रॉपर्टी,वाहन और आभूषणों की खरीदारी (Dhanteras 2022 Marketing Muhurat)
ज्योतिष पंचांग के अनुसार 22 अक्टूबर के दिन किसी भी प्रकार की प्रॉपर्टी खरीदने के लिए तीन शुभ मुहूर्त का निर्माण हो रहा है। सुबह के समय 8 से 9 बजे तक, दोपहर 12:30 से 4:20 तक और शाम को 5 से 6 बजे तक। वहीं वाहन खरीदने के लिए दोपहर का समय निर्धारित किया गया है। बता दें कि दोपहर 12 बजे से शाम 4:30 बजे तक वहां खरीदारी या बुकिंग अत्यंत शुभ समय है। धनतेरस के दिन सोने, चांदी के आभूषण या बर्तन खरीदने को बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। धनतेरस के शुभ अवसर पर तीन शुभ योग का निर्माण हो रहा जिसमें में गहने या बर्तनों की खरीदारी करना सबसे उत्तम है। पंचांग में सुबह 8 से 9 बजे तक, दोपहर को 12 से शाम 4: 20 तक और संध्या के समय 5: से 7:30 बजे तक।इस शुभ मुहूर्त में करें भगवान धन्वन्तरि की पूजा (Dhanteras 2022 Puja Muhurat)
धनतेरस के शुभ अवसर पर माता लक्ष्मी और भगवान कुबेर के साथ-साथ भगवान धन्वन्तरि की पूजा का विधान शास्त्रों में वर्णित है। आज के दिन भगवान की पूजा का मुहूर्त शाम 6 बजे से रात 8:15 तक निर्धारित किया गया है। साथ ही यम के लिए दीपदान का शुभ समय शाम 6 बजे से 7 बजे तक है। मान्यता है कि भगवान धन्वन्तरि की पूजा करने से व्यक्ति को आरोग्यता का आशीर्वाद प्राप्त होता है। साथ ही विष्णु पुराण में भी आरोग्य शरीर को सबसे अनमोल धन बताया है। वहीं यम के लिए दीपदान करने से अकाल मृत्यु का भय खत्म हो जाता है और परिवार में बीमारी का खतरा दूर हो जाता है।
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