Diwali 2023: दिवाली पर इस शुभ मुहूर्त में करें धन की देवी मां लक्ष्मी की पूजा, आर्थिक तंगी हो जाएगी दूर
पंचांग के अनुसार कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि 11 नवंबर को दोपहर 01 बजकर 57 मिनट से शुरू होगी जो अगले दिन 12 नवंबर को दोपहर 02 बजकर 44 मिनट पर समाप्त होगी। हालांकि दिवाली पर प्रदोष काल में मां लक्ष्मी की पूजा का विधान है। अतः 12 नवंबर को दिवाली है। इस दिन विधि-विधान से मां लक्ष्मी की उपासना की जाएगी।
By Pravin KumarEdited By: Pravin KumarUpdated: Mon, 06 Nov 2023 03:13 PM (IST)
धर्म डेस्क, नई दिल्ली | Diwali 2023: हर वर्ष कार्तिक महीने की अमावस्या तिथि पर दिवाली मनाई जाती है। इस वर्ष 12 नवंबर को दिवाली है। इस दिन धन की देवी मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा-अर्चना की जाती है। धार्मिक मान्यता है कि मां लक्ष्मी की पूजा-अर्चना करने से साधक के जीवन में व्याप्त धन संबंधी परेशानी दूर हो जाती है। साथ ही आय, सुख, सौभाग्य और धन में अपार वृद्धि होती है। ज्योतिष प्रदोष काल में धन की देवी मां लक्ष्मी की पूजा करने की सलाह देते हैं। अगर आप भी मां लक्ष्मी की कृपा पाना चाहते हैं, दिवाली पर इस मुहूर्त में मां लक्ष्मी की पूजा करें। आइए जानते हैं-
शुभ मुहूर्त
पंचांग के अनुसार, कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि 11 नवंबर को दोपहर 01 बजकर 57 मिनट से शुरू होगी, जो अगले दिन 12 नवंबर को दोपहर 02 बजकर 44 मिनट पर समाप्त होगी। सनातन धर्म में उदया तिथि मान्य है। हालांकि, दिवाली पर प्रदोष काल में मां लक्ष्मी की पूजा का विधान है। अतः 12 नवंबर को दिवाली है। इस दिन विधि-विधान से मां लक्ष्मी की उपासना की जाएगी।
पूजा समय
ज्योतिषियों की मानें तो दिवाली के दिन प्रदोष काल में धन की देवी मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है। दिवाली के दिन पूजा का सही समय संध्याकाल 05 बजकर 39 मिनट से लेकर संध्याकाल 07 बजकर 35 मिनट तक है। प्रदोष काल में मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा करने से आर्थिक तंगी हमेशा के लिए दूर हो जाती है। वहीं, कई ज्योतिष वृषभ काल में भी लक्ष्मी पूजन की सलाह देते हैं। दिवाली के दिन वृषभ काल संध्याकाल 05 बजकर 39 मिनट से लेकर 07 बजकर 35 मिनट (संध्याकाल) तक है। इस काल में भी मां लक्ष्मी की भी पूजा की जाती है।यह भी पढ़ें- धनतेरस पर इस शुभ मुहूर्त में करें खरीदारी, आय और सौभाग्य में होगी अपार वृद्धि
डिस्क्लेमर-''इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना में निहित सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्म ग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारी आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना के तहत ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'