Vaishakh Amavasya 2023: पाना चाहते हैं पितृ दोष से छुटकारा, तो वैशाख अमावस्या के दिन जरूर करें ये उपाय
Vaishakh Amavasya 2023 धार्मिक ग्रंथों में निहित है कि अमावस्या और पूर्णिमा के दिन भगवान विष्णु की पूजा-उपासना करने से व्यक्ति को सभी संकटों से मुक्ति मिलती है। इस दिन पितरों का तर्पण और श्राद्ध कर्म भी किया जाता है।
By Pravin KumarEdited By: Pravin KumarUpdated: Thu, 20 Apr 2023 10:00 AM (IST)
नई दिल्ली, अध्यात्म डेस्क | Vaishakh Amavasya 2023: आज वैशाख अमावस्या है। सनातन धर्म में अमावस्या के दिन स्नान-ध्यान, पूजा, जप, तप और दान करने का विधान है। धार्मिक ग्रंथों में निहित है कि अमावस्या और पूर्णिमा के दिन भगवान विष्णु की पूजा-उपासना करने से व्यक्ति को सभी संकटों से मुक्ति मिलती है। इस दिन पितरों का तर्पण और श्राद्ध कर्म भी किया जाता है। अमावस्या के दिन तर्पण करने से पितरों को मोक्ष की प्राप्ति होती है। ज्योतिषियों की मानें तो जिन लोगों की कुंडली में पितृ दोष लगता है। उनके जीवन में अस्थिरता आ जाती है। व्यक्ति हर समय कोई न कोई मुसीबत से घिरा रहता है। ऐसे लोगों को अमावस्या के दिन पितरों की विशेष पूजा-उपासना करनी चाहिए। अगर आप भी पितृ दोष से पीड़ित हैं, तो वैशाख अमावस्या के दिन ये उपाय जरूर करें। आइए जानते हैं-
-वैशाख अमावस्या के दिन पीपल के वृक्ष को जल का अर्घ्य दें। इसके बाद दीपक जलाकर नाग स्त्रोत और महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें। इसके अलावा, पितृ स्त्रोत का पाठ करें। इससे पितृ दोष से छुटकारा मिलता है। -वैशाख अमावस्या के दिन स्नान-ध्यान के पश्चात सबसे पहले भगवान भास्कर को जल का अर्घ्य दें। इसके बाद श्रद्धा भाव से विष्णु जी की पूजा करें। इस समय विष्णु मंत्र और श्रीमद्भागवत गीता का पाठ करें। इस उपाय को करने से पितरों को मोक्ष की प्राप्ति होती है।
-पितरों को प्रसन्न करने के लिए अमावस्या के दिन ब्राह्मणों को भोजन कराएं और दान दक्षिणा दें। आप दान में अन्न और वस्त्र दान दे सकते हैं। इससे पितर प्रसन्न होकर सुख, समृद्धि और वंश वृद्धि का आशीर्वाद देते हैं।-इस दिन देवों के देव महादेव को जल में काले तिल, गंगाजल और बिल्ब पत्र मिलाकर अर्घ्य दें। इस समय 'ॐ नमः शिवाय' मंत्र का जाप करें। इस उपाय को करने से भी पितरों को शांति मिलती है।
-अगर घर में स्वर्गीय परिजनों की तस्वीर नहीं लगी है, तो घर के दक्षिण दिशा की दीवार पर तस्वीर लगाकर उनकी पूजा करें। साथ ही उन्हें पुष्प की माला यानी हार अर्पित करें। इस उपाय को करने से भी पितृ दोष से मुक्ति मिलती है।-अगर आप पितरों को प्रसन्न करना चाहते हैं, तो वैशाख अमावस्या पर स्वर्गीय परिजनों की पसंद का भोजन बनाकर गरीबों और जरूरतमंदों को खिलाएं।-पितृ दोष से छुटकारा पाना के लिए वैशाख अमावस्या के दिन पितृ कवच का पाठ करें। इस उपाय को करने से भी पितरों को शांति मिलती है।
-वैशाख अमावस्या पर पितरों के नाम पर फलदार और छायादार वृक्ष लगाएं। इस उपाय को करने से भी पितृ दोष से छुटकारा मिलता है।डिसक्लेमर-'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'