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Ganesh Chaturthi 2023: इस दिन धूम-धाम से घर आएंगे बप्पा? जानिए गणेश चतुर्थी तिथि, शुभ मुहूर्त और पूजा विधि

Ganesh Chaturthi 2023 हिन्दू पंचांग के अनुसार भाद्रपद मास के शुक्ल की चतुर्थी से देशभर में गणेश चतुर्थी पर्व का शुभारंभ हो जाता है। यह पर्व मुख्य रूप से 10 दिनों तक चलता है। इस दौरान भक्त बप्पा को अपने घर लाते हैं और अनंत चतुर्दशी के दिन बप्पा को विदा कर देते हैं। आइए जानते हैं वर्ष 2023 में कब मनाया जाएगा गणेश चतुर्थी पर्व मुहूर्त और स्थापना विधि।

By Shantanoo MishraEdited By: Shantanoo MishraUpdated: Fri, 01 Sep 2023 06:10 PM (IST)
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Ganesh Chaturthi 2023 कब मनाया जाएगा गणेश चतुर्थी पर्व?
नई दिल्ली, अध्यात्म डेस्क । Ganesh Chaturthi 2023 Date and Shubh Muhurat: हिंदू धर्म में गणेश चतुर्थी पर का विशेष महत्व है। हिंदू पंचांग के अनुसार, प्रत्येक वर्ष भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि के दिन गणेश उत्सव धूमधाम से मनाया जाता है। इस विशेष दिन पर गाजे-बाजे के साथ बप्पा को घर लाया जाता है और उनकी विधिवत उपासना की जाती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, गणेश चतुर्थी पर्व को भगवान गणेश के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है। इसलिए इस विशेष दिन गणपति जी की विशेष उपासना करने से साधक को बल, बुद्धि, विद्या और धन-धान्य का आशीर्वाद प्राप्त होता है। आइए जानते हैं, वर्ष 2023 में कब मनाया जाएगा गणेश चतुर्थी पर्व?

गणेश चतुर्थी 2023 तिथि

वैदिक पंचांग के अनुसार, भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि 18 सितंबर दोपहर 02 बजकर 09 मिनट से शुरू होगी और इस तिथि का समापन 19 सितंबर दोपहर 03 बजकर 13 मिनट पर हो जाएगा। उदया तिथि के अनुसार, गणेश चतुर्थी पर्व 19 सितंबर 2023, मंगलवार के दिन हर्षोल्लाह के साथ मनाया जाएगा। इस विशेष दिन पर मध्याह्न पूजा मुहूर्त सुबह 11 बजकर 01 मिनट से दोपहर 01 बजकर 26 मिनट के बीच रहेगा।

गणेश विसर्जन 2023 तिथि

शास्त्रों के अनुसार, गणेश चतुर्थी पर्व का समापन अनंत चतुर्दशी के दिन किया जाता है। साथ ही इसी दिन बप्पा को श्रद्धापूर्वक विदा किया जाता है। पंचांग के अनुसार, गणेश विसर्जन 28 सितंबर 2023, गुरुवार के दिन किया जाएगा।

गणेश चतुर्थी 2023 पूजा विधि

शास्त्रों के अनुसार, गणेश चतुर्थी पर्व के दिन व्यक्ति को कुछ विशेष बातों का ध्यान अवश्य रखना चाहिए। इस दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान-ध्यान करें और पूजा स्थल की अच्छे से साफ सफाई करें। इसके बाद भगवान गणेश की विधिवत उपासना करें। शुभ मुहूर्त के समय ईशान कोण में चौकी स्थापित करें और पीला या लाल रंग का कपड़ा चौकी पर बिछाएं। इसके बाद भगवान गणेश को चौकी पर विराजमान करें। फिर नितदिन भगवान गणेश की उपासना करें और अंतिम दिन श्रद्धापूर्वक भगवान गणेश को विदा करें।

डिसक्लेमर: इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहे।