Ganesh Chaturthi 2023: गणेश चतुर्थी पर करें इन मंत्रों का जाप, बनी रहेगी गणपति जी की कृपा
Ganesh Chaturthi 2023 हिंदू धर्म में गणेश भगवान विघ्नहर्ता के रूप में जाने जाते हैं। क्योंकि वह व्यक्ति को सभी कष्टों को हर लेते हैं। देशभर में गणेश चतुर्थी का उत्सव शुरू होने जा रहा है। ऐसे में गणेश चतुर्थी पर भगवान गणेश की मूर्ति स्थापना करने के बाद इन मंत्रों का जाप करने से गणपति जल्द प्रसन्न होते हैं।
By Suman SainiEdited By: Suman SainiUpdated: Fri, 18 Aug 2023 11:26 AM (IST)
नई दिल्ली, अध्यात्म डेस्क। Ganesh Chaturthi 2023: हिंदू धर्म में भगवान गणेश को बुद्धि, समृद्धि और सौभाग्य के देवता के रूप में पूजा जाता है। यह मान्यता है कि भाद्रपद माह में शुक्ल पक्ष के दौरान भगवान गणेश का जन्म हुआ था। इसलिए इस दिन को भगवान गणेश के जन्म दिन के उत्सव के रूप में मनाया जाता है। गणेश चतुर्थी का उत्सव, 10 दिन के बाद, अनन्त चतुर्दशी के दिन समाप्त होता है और यह दिन गणेश विसर्जन के नाम से जाना जाता है।
गणेश चतुर्थी का महत्व (Ganesh Chaturthi Significance)
भाद्रपद मास के शुक्ल की चतुर्थी से देशभर में गणेश चतुर्थी पर्व का शुभारंभ हो जाता है। यह पर्व मुख्य रूप से 10 दिनों तक चलता है। इस दौरान भक्त बप्पा को अपने घर लाते हैं और अनंत चतुर्दशी के दिन बप्पा को विदा कर देते हैं। विदा करने के साथ ही अगल वर्ष फिर से उनके आने की कामना करते हैं। ऐसी मान्यता भी है कि इन दिनों में जो गणेश जी को घर में बैठाकर सच्चे मन से उनकी आराधना करता है, उसके जीवन में सदा ही बप्पा का आशीर्वाद बना रहता है।
बप्पा के मंत्रों का करें जाप
ऊं एकदन्ताय विद्महे वक्रतुंडाय धीमहि तन्नो बुदि्ध प्रचोदयात- इस मंत्र का जाप करने से जीवन में आ रही सभी प्रकार की विघ्न-बाधाएं दूर होती हैं।ॐ ग्लौम गौरी पुत्र, वक्रतुंड, गणपति गुरु गणेश, ग्लौम गणपति, ऋद्धि पति, सिद्धि पति,, करो दूर क्लेश
- अगर आपको घर में गृह क्लेश की स्थिति बनी हुई है तो आपको इस मंत्र का जाप अवश्य करना चाहिए।
ऊं नमो गणपतये कुबेर येकद्रिको फट् स्वाहा- इस मंत्र का जाप करने से गणपति जी और कुबेर दोनों की कृपा प्राप्त होती है। इस मंत्र का 108 बार नियमित रूप से जाप करें।गणपतिर्विघ्नराजो लम्बतुण्डो गजाननः। द्वैमातुरश्च हेरम्ब एकदन्तो गणाधिपः॥- मनोकामना पूर्ण करने के लिए इस मंत्र का जाप करना चाहिए। गणपति जी के इस मंत्र का जाप करने से हर तरह की इच्छा पूर्ण होगी और सुख-समृद्धि की प्राप्ति होगी।