Ganesh Ji Mantra: गणेश जी के इन मंत्रों का करें जाप, जीवन के दुखों और संकटों से मिलती है मुक्ति
Ganesh Ji Mantra आज बुधवार है गणपति बप्पा का दिन। आज के दिन अगर सच्चे मन और पूर्ण निष्ठा के साथ गणेश जी की पूजा की जाए तो व्यक्ति के जीवन से दुखों और संकटों का नाश हो जाात है।
By Shilpa SrivastavaEdited By: Updated: Wed, 25 Nov 2020 01:53 PM (IST)
Ganesh Ji Mantra: आज बुधवार है गणपति बप्पा का दिन। आज के दिन अगर सच्चे मन और पूर्ण निष्ठा के साथ गणेश जी की पूजा की जाए तो व्यक्ति के जीवन से दुखों और संकटों का नाश हो जाात है। किसी भी परेशानी से निकलने का रास्ता भी गौरीपुत्र गजानन की आराधना से ही है। कहा जाता है कि भगवान गणेश की सात्विक साधनाएं बेहद ही सरल और प्रभावशाली होती हैं। गणेश जी के 3 ऐसे मंत्र हैं जिनका उच्चारण करने से व्यक्ति के जीवन में सुख-समृद्धि आती है। आइए पढ़ते हैं यह मंत्र-
गणेश गायत्री मंत्र:ॐ एकदन्ताय विद्महे वक्रतुंडाय धीमहि तन्नो बुदि्ध प्रचोदयात।।
यह गणेश गायत्री मंत्र है। सच्चे मन से इस मंत्र का जाप हर रोज 108 बार करें। इससे गणेश जी प्रसन्न हो जाते हैं। अगर लगातार 11 दिन तक गणेश गायत्री मंत्र का जाप किया जाए तो व्यक्ति के पूर्व कर्मों का बुरा फल खत्म हो जाता है।
तांत्रिक गणेश मंत्र:
ॐ ग्लौम गौरी पुत्र, वक्रतुंड, गणपति गुरू गणेश। ग्लौम गणपति, ऋदि्ध पति, सिदि्ध पति। मेरे कर दूर क्लेश।।रोजाना सुबह के समय महादेवजी, पार्वतीजी तथा गणेशजी की पूजा करने के बाद अगर इस मंत्र का जाप 108 बार किया जाए तो व्यक्ति के जीवन के सभी दुख तुरंत खत्म हो जाते हैं। लेकिन इस मंत्र का उच्चारण करते समय व्यक्ति को पूर्ण सात्विकता रखनी होती है। साथ ही क्रोध, मांस, मदिरा, परस्त्री आदि से दूर भी रहना होगा।
गणेश कुबेर मंत्र:ॐ नमो गणपतये कुबेर येकद्रिको फट् स्वाहा।अगर किसी व्यक्ति पर बहुत ज्यादा कर्जा हो गया है। साथ ही आर्थिक परेशानियां बहुत बढ़ गई हैं। तो उसे गणेश कुबेर मंत्र का जाप करना चाहिए। इस मंत्र का जाप नियमित रूप से करने पर व्यक्ति का कर्जा चुकना शुरू हो जाता है। साथ ही धन के नए स्त्रोत भी बनते हैं।डिसक्लेमर
'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी। '