Hanuman Ji Ki Aarti: मंगलवार के दिन करें हनुमान जी की आरती, जीवन में दिखेंगे सकारात्मक परिणाम
Hanuman Ji Ki Aarti हनुमान जी को भगवान राम के परम भक्त के रूप में जाना जाता है। तुलसीदास ने हनुमान चालीसा में भगवान हनुमान के गुण उनकी शक्ति साहस बुद्धि ब्रह्मचर्य राम के प्रति उनकी भक्ति और कई नाम जिनसे उन्हें जाना जाता है का विस्तृत वर्णन किया है। श्री राम के परम भक्त हनुमान साहस चरित्र भक्ति और सदाचार के आदर्श प्रतीक हैं।
By Suman SainiEdited By: Suman SainiUpdated: Tue, 25 Jul 2023 09:29 AM (IST)
नई दिल्ली, अध्यात्म डेस्क। Hanuman Ji Ki Aarti: वैसे तो किसी भी दिन भगवान हनुमान की पूजा करने से व्यक्ति उनकी कृपा का पात्र बन सकता है। लेकिन हिंदू धर्म में मंगलवार का दिन हनुमान जी को समर्पित है। इस दिन उनकी आराधना करने से व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
हनुमान जी को संकटमोचन भी कहा जाता है क्योंकि वह अपने भक्तों के सभी कष्ट हरते हैं। उनके चरित्र के चलते ही गोस्वामी तुलसीदास ने हनुमान जी को 'सकल गुण निधानं' कहा है। ऐसे में अगर आप सुबह-सुबह हनुमान जी की आरती गाते हैं या श्रवण करते हैं तो इससे जीवन में चमत्कारी लाभ मिलते हैं।
हनुमान जी की आरती
आरती कीजै हनुमान लला की। दुष्ट दलन रघुनाथ कला की।।जाके बल से गिरिवर कांपे। रोग दोष जाके निकट न झांके।।अंजनि पुत्र महाबलदायी। संतान के प्रभु सदा सहाई।।
दे बीरा रघुनाथ पठाए। लंका जारी सिया सुध लाए।।लंका सो कोट समुद्र सी खाई। जात पवनसुत बार न लाई।।लंका जारी असुर संहारे। सियारामजी के काज संवारे।।लक्ष्मण मूर्छित पड़े सकारे। आणि संजीवन प्राण उबारे।।
पैठि पताल तोरि जमकारे। अहिरावण की भुजा उखाड़े।।बाएं भुजा असुर दल मारे। दाहिने भुजा संतजन तारे।।सुर-नर-मुनि जन आरती उतारे। जै जै जै हनुमान उचारे।।कंचन थार कपूर लौ छाई। आरती करत अंजना माई।।लंकविध्वंस कीन्ह रघुराई। तुलसीदास प्रभु कीरति गाई।।