Hanumanji Puja Vidhi: हनुमान जी को लगाएं उनके प्रिय भोग, जल्द पूरी होगी हर मनोकामना
Hanuman Bhog हनुमान जी को भगवान राम के परम भक्त के रूप में जाना जाता है। जिस भी व्यक्ति पर हनुमान जी की दया दृष्टि होती है उसे जीवन में किसी प्रकार की बाधा का सामना नहीं करना पड़ता। कुछ ऐसे भोग हैं जो हनुमान जी को अति प्रिय हैं। इन्हें अर्पित करने से हनुमान जी की विशेष कृपा प्राप्त होती है।
By Suman SainiEdited By: Suman SainiUpdated: Mon, 28 Aug 2023 05:18 PM (IST)
नई दिल्ली, अध्यात्म डेस्क। Hanuman ji favorite bhog: वैसे तो किसी भी दिन भगवान हनुमान की पूजा करने से व्यक्ति उनकी कृपा का पात्र बन सकता है। लेकिन हिंदू धर्म में मंगलवार का दिन हनुमान जी को समर्पित माना गया है। इस दिन उनकी आराधना करने से व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। ऐसे में आप मंगलवार दिन आप हनुमान जी को उनकी इन प्रिय वस्तुओं का भोग लगा सकते हैं।
बूंदी का भोग
बजरंगबली हनुमान जी को बूंदी का भोग विशेष रूप चढ़ाया जाता है। यह उसके प्रिय भोगों में से एक है। ऐसे में मंगलवार के दिन हनुमान जी को बूंदी का भोग जरूर लगाना चाहिए। इससे हनुमान जी प्रसन्न होते हैं और सभी अपने भक्त की सभी मनोकामनाएं पूरी करते हैं।
बेसन के लड्डू
बूंदी के अलावा हनुमान जी को बेसन से बने लड्डू भी बेहद पसंद हैं। कहा जाता है यदि आपकी कोई मनोकामना पूरी नहीं हो रही है तो, हनुमान जी को मंगलवार के दिन बेसन से बने लड्डू का भोग लगाना चाहिए। इससे सभी मनोकामनाएं जल्द पूरी हो जाती हैं।गुड़ और चने का भोग
बजरंगबली को गुड़ और चने का भोग अत्यंत प्रिय है। आप हनुमान जी को मंगलवार और शनिवार के दिन गुड़ चने का भोग लगा सकते हैं। इससे वह प्रसन्न होते हैं और भक्तों की हर समस्या को हर लेते हैं।
पान का बीड़ा
ऐसा माना जाता है कि पान का बीड़ा अर्पित करने से भगवान आपके हर महत्वपूर्ण कार्य का दायित्व अपने ऊपर ले लेते हैं। मंगलवार के दिन पूजा पाठ के बाद हनुमान जी को बनारसी पान का बीड़ा अर्पित करना सर्वोत्तम माना जाता है।डिसक्लेमर: 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'