Hariyali Teej 2022: आज इन शुभ मुहूर्तों पर होगी हरियाली तीज की पूजा, जानें पूजा विधि
Hariyali Teej 2022 Date Time Puja Muhurat Hariyali Teej Kab Hai हरियाली तीज सुहागिन महिलाओं के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है। इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा विशेष विधि-विधान से की जाती है। जानिए हरियाली तीज का शुभ मुहूर्त और पूजन विधि।
By Shivani SinghEdited By: Updated: Sun, 31 Jul 2022 10:46 AM (IST)
नई दिल्ली, Hariyali Teej 2022: पंचांग के अनुसार, :सावन माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को हरियाली तीज का त्योहार मनाया जाएगा। इस दिन सुहागिन महिलाएं पति की लंबी उम्र और अच्छे स्वास्थ्य के निर्जला व्रत रखती है। यह व्रत भी करवा चौथ की तरह की कठिन होता है। हरियाली तीज के दिन भगवान शिव और माता पार्वती की अपने हाथों से मिट्टी की मूर्ति बनाकर पूजा अर्चना की जाती है। इस बार हरियाली तीज के दिन रवि योग भी बन रहा है। ऐसे में इस दिन का महत्व और बढ़ जाता है। जानिए हरियाली चीज के दिन का शुभ मुहूर्त और पूजा विधि।
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मायके से आता है सिंजारा
हरियाली तीज पर सुहागिन महिला पूजा करते समय जो भी चीज पहनती हैं उसे सिंजारा कहा जाता है जो मायके से आता है। इस सिंजारा में कपड़े, गहने, श्रृंगार का सामान, मेहंदी, मिठाई और फल आदि होते हैं।Hariyali Teej 2022 Puja Samagri: पहली बार रख रही हैं हरियाली तीज का व्रत, तो नोट कर लें संपूर्ण पूजन सामग्री
हरियाली तीज 2022 शुभ मुहूर्त
तृतीया तिथि प्रारंभ - 31 जुलाई 2022 को सुबह 02 बजकर 59 मिनट से शुरूतृतीया तिथि समाप्त - 1 अगस्त 2022 को सुबह 04 बजकर 18 मिनट तकपूजा का शुभ मुहूर्त- सुबह 6 बजकर 30 मिनट पर शुरू होकर 8 बजकर 33 मिनट तकप्रदोष पूजा- सायंकाल में 6 बजकर 33 मिनट से रात 8 बजकर 51 मिनट तक
रवि योग- 31 जुलाई को दोपहर 2 बजकर 20 मिनट से 1 अगस्त 5 बजकर 42 मिनट तकHariyali Teej 2022: हरियाली तीज व्रत का पूर्ण फल पाने के लिए व्रती जरूर ध्यान रखें ये नियम
हरियाली तीज 2022 पूजा विधि
- हरियाली तीज के दिन सुबह स्नान आदि से निवृत्त होकर साथ-सुथरा हरे रंग के कपड़े पहन लें।
- शिव-पार्वती का स्मरण कर निर्जला व्रत का संकल्प लेना चाहिए।
- हरियाली तीज की शाम को अपने हाथों से बनाए गए कच्ची मिट्टी के शिव-पार्वती की प्रतिमा की पूजा जाती है।
- पूजा में भगवान शिव को बेलपत्र, भांग, धतूरा, मदार, रोली , अक्षत आदि चढ़ाया जाता है।
- माता पार्वती को सोलह श्रृंगार का सामान चुनरी, सिंदूर, चूड़ियां और बिंदी आदि चढ़ाना चाहिए।
- पंचामृत का भोग लगा कर भगवान शिव और माता पार्वती से पति की दीर्घ आयु और सुखी दाम्पत्य जीवन की कामना करनी चाहिए।
- धूप-दीपक जलाकर तीज कथा पढ़ लें।
- दिनभर निर्जला व्रत रखें और अगले दिन व्रत खो लें।