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Hartalika Teej 2023: आज रखा जाएगा हरतालिक तीज का व्रत, ऐसे सजाएं पूजा की थाली

Hartalika Teej Puja Thali हरतालिका तीज व्रत आज यानी 18 सितंबर 2023 सोमवार के दिन रखा जाएगा। हरतालिका तीज के इस विशेष अवसर पर सुहागिन महिलाएं पति की लंबी उम्र की कामना करते हुए व्रत रखती हैं। साथ ही कुंवारी कन्याओं द्वारा भी यह व्रत किया जाता है ताकि उन्हें मनचाहा पति मिल सके। हरियाली तीज और कजरी तीज की तरह ही हरतालिका तीज भी विशेष महत्व रखती है।

By Suman SainiEdited By: Suman SainiUpdated: Mon, 18 Sep 2023 09:59 AM (IST)
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Hartalika Teej 2023 जानें हरतालिका तीज की पूजा सामग्री।

नई दिल्ली, अध्यात्म डेस्क। Hartalika Teej Vrat 2023: हर वर्ष भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को हरतालिका तीज का व्रत किया जाता है। इस दिन माता पार्वती की पूजा में सोलह श्रृंगार अर्पित किए जाते हैं। साथ ही सुहागिन महिलाओं द्वारा अपने सुखी वैवाहिक जीवन के लिए यह व्रत किया जाता है। आइए जानते हैं कि हरतालिका तीज पर पूजा की थाली में क्या-क्या सामग्री रखनी चाहिए।

हरतालिका तीज पूजा विधि (Hartalika Teej Puja Vidhi)

हरतालिका तीज के दिन महिलाओं को सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि के निवृत होने के बाद भगवान शिव और माता पार्वती का ध्यान करके निर्जला व्रत का संकल्प हैं। यदि आप निर्जला व्रत रखने में असमर्थ हैं तो फलाहार और जल के साथ भी यह व्रत कर सकती हैं।

इस दिन सुहागिन महिलाओं को 16 श्रृंगार करना चाहिए। साथ ही पूजन में भी माता पार्वती को 16 श्रृंगार की सामग्री अर्पित करें। भगवान शिव को बेलपत्र, शमी के पत्ते, धतूरा आदि अर्पित करें। इस दिन शिव-पार्वती की पूजा से सुहागिन महिलाओं अखंड सौभाग्य का आशीर्वाद मिलता है। जिससे उनका वैवाहिक जीवन सुखमय में बना रहता है।

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थाली में जरूर रखें ये चीजें (Hartalika Teej Pooja Samagri)

1. घी, दीपक, अगरबत्ती, धूप

2. पान, कपास की बत्ती, कपूर

3. सुपारी

4. आम के पत्ते, एक चौकी

6. सफेद फूल, गुलाल

7. साबुत नारियल

8. चंदन, जनेऊ, फल

9. माता पार्वती को अर्पित करने के लिए - 16 श्रृंगार (कालज, मेहंदी, बिंदी, चूड़ियां आदि)

10. शिव पर चढ़ाने के लिए - बेल के पत्ते, धतूरे का फल और फूल, शमी के पत्ते, केले के पत्ते, पान के पत्ते, कनेर के फूल

डिसक्लेमर: 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'