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Importance of Havan: आम की लकड़ियों से ही क्यों किया जाता है हवन, जानिए धार्मिक और वैज्ञानिक फायदे

Importance of Havan शुद्धि के लिए हवन जरूरी माना गया है। हवन आदि करते समय घी कपूर लौंग इलायची मिश्रि चावल हवन सामग्री जैसी कई सामग्रियां आम की लकड़ी के साथ मिलाई जाती है। जिस स्थान की शुद्धि करनी होती उस स्थान पर हवन किया जाता है। आज हम आपको आम की लकड़ी का इस्तेमाल करने के धार्मिक कारण के साथ-साथ वैज्ञानिक कारण भी बताने जा रहे हैं।

By Suman SainiEdited By: Suman SainiUpdated: Thu, 29 Jun 2023 11:03 AM (IST)
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Importance of Havan: आम की लकड़ियों से ही क्यों किया जाता है हवन
नई दिल्ली, अध्यात्म डेस्क। Importance of Havan: हिंदू धर्म में जब भी कोई शुभ कार्य किया जाता है तो उसमें हवन अवश्य किया जाता है। आपने हवन होते हुए जरूर देखा होगा या उसमें भाग जरूर लिया होगा। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि हवन करने में मात्र आम की लकड़ियों का ही इस्तेमाल क्यों किया जाता है। किसी और पेड़ की लकड़ी का इस्तेमाल क्यों नहीं किया जाता है। आइए जानते हैं इसके कारण।

आम की लकड़ी किसका प्रतीक है

हिंदू धर्म में आम की लकड़ी को पवित्रता, उर्वरता और देवत्व का प्रतीक माना गया है। इसी वजह से इन लकड़ियों का इस्तेमाल हवन जैसे बड़े अनुष्ठान में किया जाता है। हवन में आम की लकड़ी का प्रयोग करने से नए वर और वधु के जीवन में सुख-शांति व समृद्धि आती है।

शास्त्रों में हवन का महत्व

हवन किसी भी कारण से किया जा रहा हो उसमें मात्र आम की लकड़ी में ही सभी सामग्री मिलाई जाती है। आम की लकड़ी में धूप, देवदारों लकड़ी, कपूर, गुलाब की पंखुड़ी, चंदन, लोबान, अक्षत और फूल मिलाकर हवन किया जाता है। शास्त्र के अनुसार ऐसा करने से आसपास की नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है। साथ ही जिस स्थान पर हवन कराया गया है वहां पर सकारात्मक ऊर्जा का वास होता है।

वैज्ञानिक कारण भी जानें

वैज्ञानिकों द्वारा रिसर्च के मुताबिक, आम की लकड़ी से कार्बन डाइऑक्साइड अन्य लकड़ी की तुलना में कम मात्रा में निकलती है। साथ ही यह अधिक ज्वलनशील भी होती हैं। रिसर्च में यह भी पाया गया कि आम की लकड़ी जलने से इसमें वल्मिक एल्डिहाइड नामक गैस निकलती है जिससे कई तरह के बैक्टीरिया और जीवाणु मर जाते हैं और वातावरण भी शुद्ध हो जाता है। शुद्धता के कारण ही हवन में आम की लकड़ी का इस्तेमाल किया जाता है। यह बात धार्मिक और वैज्ञानिक दोनों ही कारणों से सिद्ध हो जाती है।

डिसक्लेमर: 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'