Janmashtami 2022 Date: श्रीकृष्ण जन्माष्टमी आज या कल? जानिए शुभ मुहूर्त
Janmashtami 2022 इस साल जन्माष्टमी की तिथि को लेकर लोग काफी असमंजस में हैं क्योंकि इस इस साल अष्टमी तिथि दो दिन पड़ रही है। ऐसे में जानिए गृहस्थ जीवन जी रहे लोग किस दिन मनाएं भगवान श्री कृष्ण का जन्मोत्सव।
By Shivani SinghEdited By: Updated: Thu, 18 Aug 2022 09:25 PM (IST)
नई दिल्ली, Janmashtami 2022: पंचांग के अनुसार, भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को रोहिणी नक्षत्र, हर्षण योग और वृषभ राशि में जब चंद्रमा था तब रात 12 बजे भगवान श्री कृष्ण का जन्म हुआ था। इसी कारण हर साल इस दिन को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी को के रूप में मनाया जाता है। इस साल भी श्री कृष्ण जन्माष्टमी को लेकर लोगों के बीच काफी भ्रम है। क्योंकि इस साल अष्टमी और नवमी के सुबह के समय जन्माष्टमी का उत्सव मनाया जाएगा। जानिए जन्माष्टमी की सही तिथि और शुभ मुहूर्त।
Janmashtami 2022: जन्माष्टमी पर करें भगवान श्रीकृष्ण की षोडशोपचार पूजन विधि, जानें शुभ मुहूर्त
हिंदू धर्म में कृष्ण जन्माष्टमी का बहुत अधिक महत्व है। इस साल रक्षाबंधन की तरह की जन्माष्टमी को लेकर लोगों के बीच काफी असमंजस है। क्योंकि इस साल श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पर्व 2 दिन मनाया जा रहा है।
Janmashtami 2022: जन्माष्टमी पर भगवान कृष्ण को क्यों लगाया जाता है 56 भोग, साथ ही जानें क्या चढ़ाते हैं इस भोग मेंजन्माष्टमी 2022 की सही तिथि?
पंचांग के अनुसार, जन्माष्टमी इस बार 2 दिन मनाई जाएगी। पहली 18 अगस्त को होगी। अष्टमी तिथि की रात्रि को गृहस्थ जीवन जीने वाले लोग रखेंगे। वहीं अष्टमी तिथि की उदया तिथि को वैष्णव सन्यासियों के द्वारा श्री कृष्ण जन्माष्टमी मनाई जाएगी।
हिंदू पंचांग के अनुसार, 19 अगस्त को कृत्तिका नक्षत्र देर रात 01 बजकर 53 मिनट तक रहेगा। इसके बाद रोहिणी नक्षत्र शुरू होगा ,इसलिए इस बार जन्माष्टमी पर रोहिणी नक्षत्र का संयोग भी नहीं रहेगा । ऐसे में माना जा रहा है कि 19 अगस्त को जन्माष्टमी का पर्व मनाना शुभ होगा।Janmashtami 2022: जन्माष्टमी पर बाल गोपाल को राशि अनुसार लगाएं इन चीजों का भोग, भगवान कृष्ण करेंगे हर इच्छा पूरी
मंदिरों में कब मनाई जाएगी जन्माष्टमी बता दें कि मथुरा के मंदिरों में 19 अगस्त की रात को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी मनाई जाएगी। इसके साथ ही द्वारिकाधीश मंदिर, बांके बिहारी मंदिर में जन्माष्टमी 19 अगस्त को ही मनाई जाएगी।जन्माष्टमी पर पूजा का शुभ समय जन्माष्टमी की पूजा ले लिए 18 अगस्त की रात 12 बजकर 20 मिनट से लेकर 1 बजकर 05 तक का समय सबसे शुभ माना जा रहा है। पूजा की अवधि कुल 45 मिनट की होगी।
जन्माष्टमी पर बन रहा खास योग इस साल जन्माष्टमी के दिन वृद्धि योग लग रहा है। माना जाता है कि वृद्धि योग में पूजा करने से सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है। इसके साथ ही श्रीकृष्ण और मां लक्ष्मी का आशीर्वाद मिलता है। वृद्धि योग 17 अगस्त रात 8 बजकर 57 मिनट से शुरू हो रहा है जो 18 अगस्त रात 8 बजकर 42 मिनट पर समाप्त हो रहा है।
जन्माष्टमी 2022 का शुभ मुहूर्ततिथि- 18 अगस्त 2022, गुरुवारभाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि प्रारंभ- 18 अगस्त शाम 9 बजकर 21 मिनट से शुरूभाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि समाप्त- 19 अगस्त रात 10 बजकर 59 मिनट तकअभिजीत मुहूर्त - 18 अगस्त को दोपहर 12 बजकर 05 मिनट से 12 बजकर 56 मिनट तक।
वृद्धि योग - 17 अगस्त दोपहर 8 बजकर 56 मिनट से 18 अगस्त रात 08 बजकर 41 मिनट तकध्रुव योग - 18 अगस्त रात 8 बजकर 41 मिनट से 19 अगस्त रात 8 बजकर 59 मिनट तकभरणी नक्षत्र - 17 अगस्त रात 09 बजकर 57 मिनट से 18 अगस्त रात 11 बजकर 35 मिनट तकनिशिथ पूजा मुहूर्त – रात्रि 12 बजकर 20 मिनट से 01:05 तक रहेगा
जन्माष्टमी पारण का शुभ मुहूर्त– 19 अगस्त को रात 10 बजकर 59 मिनट के बादराहुकाल - 18 अगस्त दोपहर 2 बजकर 06 मिनट से 3 बजकर 42 मिनट तकPic Credit- Freepikडिसक्लेमरइस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।