Janmashtami 2023: मथुरा, वृंदावन और इस्कॉन मंदिर में आज मनाई जाएगी जन्माष्टमी, जानिए पूरे कार्यक्रम का सही समय
Janmashtami in Mathura जन्माष्टमी का त्योहार भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि के दिन मनाया जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इसी दिन भगवान श्री कृष्ण माता देवकी के गर्भ से अवतरित हुए थे। मथुरा वृंदावन और इस्कॉन मंदिर का जन्माष्टमी उत्सव केवल भारत में ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में प्रसिद्ध है। यहां पर जन्माष्टमी 7 सितंबर यानी आज मनाई जाएगी।
By Suman SainiEdited By: Suman SainiUpdated: Thu, 07 Sep 2023 12:59 PM (IST)
नई दिल्ली, अध्यात्म डेस्क। Shri Krishna Janmashtami 2023: जन्माष्टमी का त्योहार पूरे भारत में भगवान बड़े ही धूम-धाम से मनाया जाता है। यह पर्व श्री कृष्ण के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है। जन्माष्टमी पर भगवान श्रीकृष्ण के बाल रूप लड्डू गोपाल की पूजा की जाती है। इस वर्ष भाद्रपद माह की अष्टमी तिथि दो दिन पड़ रही है जिस कारण जन्माष्टमी का पर्व भी दो दिन मान्य होगा। आइए जानते हैं कि मथुरा, वृंदावन और इस्कॉन मंदिर में जन्माष्टमी का पूरा ब्यौरा।
मथुरा, वृंदावन और इस्कॉन मंदिर में जन्माष्टमी |
पूजा का समय |
निशिता पूजा का मुहूर्त | 8 सितंबर, 11:56 से 12:42 तक |
जन्माष्टमी पारण समय | 8 सितंबर के बाद, सुबह 06:02 मिनट तक |
मध्यरात्रि का क्षण | 8 सितंबर, सुबह 12:19 मिनट |
चंद्रोदय समय | 11:43 मिनट तक |
अष्टमी तिथि प्रारंभ | 6 सितंबर, दोपहर 03:37 मिनट |
अष्टमी तिथि समाप्त | 7 सितंबर, 04:14 मिनट तक |
रोहिणी नक्षत्र प्रारंभ | 6 सितंबर, 09:20 मिनट पर |
रोहिणी नक्षत्र समाप्त | 7 सितंबर 10:25 मिनट तक |
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ठाकुर बांके बिहारी मंदिर में जन्माष्टमी कार्यक्रम की समय सारणी
बांके बिहारी की पूजा | समय |
श्रृंगार आरती | सुबह 7 बजकर 55 मिनट पर |
राजभोग आरती | सुबह 11 बजकर 55 मिनट पर |
कपाट बंद करने का समय | दोपहर 12 बजे |
कपाट खुलने का समय | शाम 5 बजकर 30 मिनट पर |
शयन भोग आरती | रात 9 बजकर 30 मिनट पर |
ठाकुर जी का अभिषेक | रात 12 बजे |
मंगला आरती | आधी रात में 1 बजकर 55 मिनट पर |
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