May Month 2023 Festivals: कब से शुरू हो रहा ज्येष्ठ का महीना, जानें इस माह के प्रमुख व्रत-त्योहार
May Month 2023 Festivals हिंदी पंचांग के अनुसार हर साल वैशाख माह में शुक्ल पक्ष की एकादशी को मोहिनी एकादशी मनाई जाती है। इस प्रकार साल 2023 में 1 मई को मोहिनी एकादशी है। इस दिन भगवान श्रीहरि विष्णु के मोहिनी स्वरूप की पूजा उपासना की जाती है।
By Pravin KumarEdited By: Pravin KumarUpdated: Thu, 27 Apr 2023 11:20 AM (IST)
नई दिल्ली, अध्यात्म डेस्क | May Month 2023 Festivals: हिंदी पंचांग के अनुसार, पूर्णिमा तिथि के बाद नए महीने की शुरुआत होती है। इस तरह वैशाख महीने की पूर्णिमा के बाद ज्येष्ठ माह की शुरुआत होगी। इस साल ज्येष्ठ महीने की शुरुआत 6 मई से हो रही है। वहीं, वैशाख महीने का समापन 5 मई को है। इस दिन वैशाख पूर्णिमा है। साथ ही वैशाख पूर्णिमा के दिन साल का पहला चंद्र ग्रहण है। ज्येष्ठ महीने में कई प्रमुख व्रत-त्योहार मनाए जाते हैं। आइए, ज्येष्ठ महीने में पड़ने वाले व्रत-त्योहार की तिथि जानते है-
ज्येष्ठ माह के व्रत और त्योहार इस प्रकार हैं--1 मई को मोहिनी एकादशी है। इस दिन अंतरराष्ट्रीय श्रम दिवस भी है। हिंदी पंचांग के अनुसार, हर साल वैशाख माह में शुक्ल पक्ष की एकादशी को मोहिनी एकादशी मनाई जाती है। इस प्रकार साल 2023 में 1 मई को मोहिनी एकादशी है। इस दिन जगत के पालनहार भगवान श्रीहरि विष्णु के मोहिनी स्वरूप की पूजा उपासना की जाती है।
-2 मई को परशुराम द्वादशी है।-3 मई को प्रदोष व्रत है।
-4 मई को नरसिंह और छिन्नमस्ता जयंती है।-5 मई को कूर्म जयंती और वैशाख पूर्णिमा है। इस दिन साल का पहला चंद्र ग्रहण भी है। -6 मई को नारद जयंती है।-7 मई को रबीन्द्रनाथ टैगोर जयंती है।-8 मई को एकदन्त संकष्टी चतुर्थी है।-12 मई को कालाष्टमी और दुर्गाष्टमी है।-14 मई को तेलुगु हनुमान जयंती और मातृ दिवस है।
-15 मई को वृषभ संक्रान्ति और अपरा एकादशी है।-17 मई को प्रदोष व्रत और मासिक शिवरात्रि है।-19 मई को अमावस्या है।-20 मई से चंद्र दर्शन है।-21 मई को रोहिणी व्रत है।-22 मई को महाराणा प्रताप जयंती है।-23 मई को विनायक चतुर्थी है।-25 मई को स्कन्द षष्ठी है।-28 मई को धूमावती जयंती और मासिक दुर्गाष्टमी है।-29 मई को महेश नवमी है।
-30 मई को गंगा दशहरा है।-31 मई को गायत्री जयंती, निर्जला एकादशी और राम लक्ष्मण द्वादशी है। निर्जला एकादशी ज्येष्ठ माह में शुक्ल पक्ष की एकादशी को मनाई जाती है। इस दिन गायत्री जयंती भी मनाई जाती है। धार्मिक ग्रंथों में लिखा है कि इस दिन वेदों की जननी माता गायत्री की उत्पत्ति हुई है।डिसक्लेमर: 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'