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Kajari Teej 2023: आज रखा जाएगा कजरी तीज व्रत, पूजा के दौरान न करें ये गलतियां

Kajari Teej 2023 Vrat कजरी तीज के दिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र संतान के खुशहाली और घर-परिवार की सुख-समृद्धि के लिए व्रत करती हैं। कजरी तीज का त्योहार मुख्यतः उत्तर भारतीय राज्यों में जैसे- मध्य प्रदेश राजस्थान उत्तर प्रदेश आदि में विशेष रूप से मनाया जाता है। आइए जानते हैं कजरी तीज के दिन किन गलतियों को करने से बचना चाहिए।

By Suman SainiEdited By: Suman SainiUpdated: Sat, 02 Sep 2023 09:52 AM (IST)
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Kajari Teej 2023 कजरी तीज व्रत पूजा के दौरान न करें ये गलतियां।
नई दिल्ली, अध्यात्म डेस्क। Kajari Teej Puja: इस साल यानी 2023 में कजरी तीज का व्रत 2 सितंबर रखा जाएगा। पंचांग के अनुसार, कजरी तीज भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की तृतीया तिथि को मनाई जाती है। कजरी तीज को कज्जली तीज या सातुड़ी तीज के नाम से भी जाता है। इस दिन माता पार्वती और भगवान शिव की उपासना की जाती है और साथ ही नीमड़ी माता के भी उपासना की जाती है।

इस विधि से करें पूजा (Kajari Teej Puja vidhi)

कजरी तीज व्रत के दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान आदि से निवृत होने के बाद पूजा स्थल को अच्छे से साफ कर लें। इसके बाद एक चौकी पर लाल रंग या पीले रंग का वस्त्र बिछाकर और शिव और पार्वती की मूर्ति स्थापित करें। इस दिन आप यह मूर्ति, मिट्टी से स्वयं बना सकती हैं। इसका विशेष फल प्राप्त होता है। इसके बाद शिव-गौरी का विधिपूर्वक पूजा करें। माता गौरी को सुहाग के 16 सामग्री अर्पित करें और भगवान शिव को बेलपत्र, गाय का दूध, गंगा जल और धतूरा अर्पित करें। इसके बाद कजरी तीज की कथा सुनें। रात्रि में चंद्र देव की पूजा करें और उन्हें जल का अर्घ्य दें।

रखें निर्जला व्रत

हरियाली और हरितालिका तीज की तरह ही यह व्रत भी निर्जला रखा जाता है। इसलिए इस दिन व्रती महिलाओं को अन्न या जल ग्रहण नहीं करना चाहिए। साथ ही व्रत के पारण (व्रत खोलना) के समय लहसुन, प्याज का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। आपका भोजन एकदम सात्विक होना चाहिए।

न पहनें ऐसे वस्त्र

कजरी तीज के दिन महिलाओं को सफेद और काले रंग के वस्त्र पहनने से बचना चाहिए। इसके स्थान पर आप हरे, पीले और लाल जैसे शुभ माने जाने वाले रंगों के वस्त्र पहन सकती हैं।

न करें झगड़ा

कजरी तीज व्रत के दिन महिलाओं को अपने पति से लड़ाई झगड़ा नहीं करना चाहिए और न ही किसी भी प्रकार के अपशब्द बोलने चाहिए। इस दिन गुस्सा करने से व्रत का पूर्ण फल प्राप्त नहीं होता।

खाली न रखें हाथ

व्रत आदि पर महिलाओं को मेहंदी जरूर लगानी चाहिए। साथ ही इस दिन सुहागन महिलाओं को हाथ में चूड़ियां भी जरूर पहननी चाहिए, क्योंकि खाली हाथ रखना बहुत अशुभ माना जाता है।

डिसक्लेमर: 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'