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Kali Puja 2023: आज छोटी दिवाली पर इस विधि से करें मां काली की पूजा, सभी प्रकार के भय और कष्ट होंगे दूर

Choti Diwali 2023 कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि के दिन काली चौदस मनाई जाती है। साथ ही इस दिन छोटी दिवाली और नरक चतुर्दशी भी मनाई जाती है। मां काली का स्वरूप भेल ही भयंकर लगता है लेकिन अपने भक्तों के लिए वह उतना ही फलदायी है। ऐसे में आइए जानते हैं छोटी दिवाली पर मां काली की पूजा विधि।

By Suman SainiEdited By: Suman SainiUpdated: Sat, 11 Nov 2023 08:29 AM (IST)
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Kali Chaudas 2023 छोटी दिवाली पर इस तरह करें मां काली की विधिवत पूजा।

नई दिल्ली, अध्यात्म डेस्क। Kali Chaudas 2023: मां काली, मां पार्वती का ही रौद्र रूप मानी गई हैं। मां काली ने कई राक्षसों का वध कर अपने भक्तों को उनके प्रकोप ले मुक्ति दिलाई है। माना जाता है कि मां काली की पूजा करने से साधक को सभी प्रकार का भय और कष्टों से मुक्ति मिलती है।

मां काली को कालिका, कालरात्रि आदि कई नामों से जाना जाता है। दिवाली की अमावस्या तिथि पर मां लक्ष्मी की पूजा का विधान हैं, लेकिन दिवाली से एक दिन पहले, यानी छोटी दिवाली के अवसर पर काली मां की पूजा की जाती है। ऐसे में आज यानी 11 नवंबर, शनिवार के दिन काली मां की पूजा की जाएगी।

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मां कालरात्रि की पूजा विधि (Maa Kali Puja Vidhi)

काली चौदस की पूजा करने से पहले अभ्यंग स्नान यानी नरक चतुर्दशी पर सूर्योदय के पहले शरीर पर उबटन लगाकर स्नान करना अत्यंत आवश्यक माना जाता है। स्नान करने के बाद शरीर पर परफ्यूम लगाएं और एक चौकी पर कपड़ा बिछाकर मां काली की मूर्ति या तस्वीर स्थापित करें। इसके बाद विधि-विधान से मां काली की पूजा करते हुए मां के समक्ष दीप प्रज्वलित करें। इसके बाद मां कालिका को कुमकुम, हल्दी, कपूर और नारियल अर्पित करें।

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मां कालरात्रि पूजा मंत्र  (Maa Kali Puja Mantra)

मां काली के मंत्रों का जाप करने के लिए लाल चंदन की माला को सबसे उत्तम माना गया है। ऐसे में मां कालरात्रि की पूजा के दौरान लाल चंदन की माला से इस मंत्र का जाप जरूर करें।

ॐ जयंती मंगला काली भद्रकाली कपालिनी।

दुर्गा क्षमा शिवा धात्री स्वाहा स्वधा नमोस्तु ते।।

ऐसा करने से व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। साथ ही साधक को जीवन में आ रही समस्याओं से भी छुटकारा मिलता है।

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