Kapoor ke upay: आरती में करें कपूर का इस्तेमाल, भगवान प्रसन्न होकर देंगे समृद्धि का आशीर्वाद
हिंदू धर्म में पूजा-पाठ विशेष रूप से की जाती है। इसमें मुख्य रूप से कई तरह की सामग्री का इस्तेमाल किया जाता है। इन्हीं में से एक है कपूर। कपूर को पूजा-पाठ का एक मुख्य हिस्सा माना गया है। इसके प्रयोग से वातावरण शुद्ध होता है।
By Suman SainiEdited By: Suman SainiUpdated: Sun, 11 Jun 2023 10:01 AM (IST)
नई दिल्ली, अध्यात्म डेस्क। Kapoor ke upay: मुख्य रूप से गणपति और माता दुर्गा को प्रसन्न करने के लिए कपूर की आरती जरूरी मानी जाती है। अगर आप नियमित रूप से आरती में कपूर का इस्तेमाल करते हैं तो इससे घर में उत्पन्न हो रही सभी प्रकार की समस्याएं दूर हो जाती हैं। कपूर घर की समृद्धि का प्रतीक माना जाता है, इसलिए ही इसे नियमित रूप से जलाने की सलाह दी जाती है।
क्यों किया जाता है कपूर का इस्तेमाल
हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, कपूर जलाना भगवान के लिए एक दैवीय अनुष्ठान माना जाता है। वेदों के अनुसार कपूर की सुगंध भगवान को प्रसन्न करती है। कपूर की आरती घर को सकारात्मक ऊर्जा से भर देती है। यही नहीं, ये शरीर को भी दोष मुक्त करके पवित्र करने में मदद करती है। इसकी सुगंध से पूरे घर की निगेटिव एनर्जी खत्म हो जाती है। इसके अलावा जलता हुआ कपूर वास्तु दोष के साथ-साथ पितृ दोष से भी मुक्ति दिलाता है। पूजा में कपूर जलाकर आरती करने से भगवान उसे जल्दी स्वीकार करते हैं और अपने भक्तों की इच्छा पूरी करते हैं। यही वजह है कि लोग घरों में पूजा-पाठ के दौरान कपूर मुख्य रूप से जलाया जाता है।
वैज्ञानिक दृष्टि से कपूर का महत्व
वैज्ञानिक दृष्टिकोण से भी कपूर के कई फायदे हैं। कपूर में ऐसे पदार्थ मौजूद होते हैं जो कि जलने के बाद हमारे आसपास के वातावरण को बिल्कुल शुद्ध करने की क्षमता रखते हैं। इसलिए इसे घर में जलाने से बैक्टीरिया खत्म होते हैं, जिससे वातावरण स्वच्छ बना रहता है। अकसर घर में इस्तेमाल किया जाने वाले भीमसेनी कपूर जलाने से अनगिनत फायदे मिलते हैं। यही वजह है कि हिंदू धर्म में कपूर को इतना अधिक महत्व दिया जाता है।डिसक्लेमर: 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'