Kharmas 2023: खरमास में जरूर ध्यान रखें तुलसी से जुड़े ये नियम, नहीं आएगी जीवन में कोई परेशानी
Tulsi Puja in Kharmas सनातन धर्म में खरमास को एक शुभ समय नहीं माना जाता। इस दौरान तुलसी की पूजा स संबंधित नियमों में भी कुछ बदलाव आ जाते हैं। ऐसे में खरमास में इन नियमों का ध्यान जरूर रखना चाहिए। आइए जानते हैं कि खरमास में तुलसी से संबंधित किन गलतियों को करने से बचना चाहिए वरना व्यक्ति को लक्ष्मी मां की नाराजगी झेलनी पड़ सकती है।
By Suman SainiEdited By: Suman SainiUpdated: Tue, 19 Dec 2023 01:33 PM (IST)
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Kharmas 2023 Date: जब सूर्य देव बृहस्पति की राशि यानी धनु या मीन राशि में प्रवेश करते हैं, तो खरमास की शरुआत हो जाती है। इस साल खरमास की शुरुआत 16 दिसंबर 2023 से चुकी है। साथ ही इसका समापन 15 जनवरी 2024 को होने जा रहा है। इस बार खरमास की अवधि लगभग 1 महीने की रहेगी। ऐसे में आइए जानते हैं खरमास में तुलसी से जुड़े कुछ काम जिन्हें करने से व्यक्ति को मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त हो सकती है।
जरूर करें ये काम
खरमास में भगवान विष्णु का पूजा के दौरान उनके भोग में तुलसी दल जरूर डालें। साथ ही खरमास में तुलसी जी की पूजा करते समय उनके समक्ष घी की दीपक जरूर जलाएं और तुलसी की परिक्रमा करें। इससे मां लक्ष्मी साधक पर अपनी कृपा बनाए रखती हैं।
न करें ये गलतियां
खरमास में तुलसी पर सिंदूर या कोई सुहाग से संबंधित सामग्री नहीं चढ़ानी चाहिए। इसके साथ ही तुलसी पर दूर्वा भी अर्पित न करें। ऐसा माना जाता है कि इससे मां लक्ष्मी रुष्ट हो जाती हैं। खरमास में तुलसी को दीपदान, जल दान और धूपदान दिया जा सकता है, लेकिन अन्य किसी प्रकार की पूजा करना शुभ नहीं माना गया।खरमास में तुलसी पूजा तो की जा सकती है, लेकिन तुलसी के पौधे को स्पर्श करना शुभ नहीं माना जाता। मान्यताओं के अनुसार ऐसा करने से तुलसी का पौधा दूषित हो जाता है। इसलिए खरमास के महीने में तुलसी पूजन के दौरान इसे हाथ ना लगाएं और न ही इसके पत्ते तोड़ें।
ऐसे बचाएं अपनी तुलसी
खरमास में ठंड बढ़ने लगती है, जो तुलसी के पौधे के लिए सही नहीं है। ठंड के कारण तुलसी का पौधा मुरझा सकता है। ऐसे में अपनी तुलसी को एक पलते से कपड़े से ढक दें। ध्यान रहे कि ये कपड़ा साफ होना चाहिए। इस तरह आप अपनी तुलसी को ठंड की मार से बचा सकते हैं।WhatsApp पर हमसे जुड़ें. इस लिंक पर क्लिक करेंडिसक्लेमर: 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'