Kuber Aarti: शुक्रवार के दिन कुबेर देव की पूजा से मिलती है आर्थिक समृद्धि, यहां पढ़ें आरती
Kuber Dev ki Aarti हिंदू धर्म में कुबेर देव को धन का देवता के रूप में जाना जाता है। मां लक्ष्मी की तरह ही कुबेर देवता के लिए भी शुक्रवार का दिन समर्पित माना गया है। ऐसे में अगर आप शुक्रवार के दिन कुबेर देवता की विधि-विधान पूर्वक पूजा-अर्चना करते हैं तो इससे आपको धन-समृद्धि की प्राप्ति हो सकती है।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Kuber Dev puja: हिंदू धर्म में कुबेर देव को कोषाध्यक्ष और यक्ष के राजा भी कहा जाता है। यदि पूरे विधान के साथ कुबेर देव की आराधना की जाए, तो इससे साधक को आर्थिक समस्याओं से छुटकारा मिल सकता है। ऐसे में आइए पढ़ते हैं कुबेर देव जी की आरती।
कुबेर देव पूजा विधि
वैसे तो हर दिन कुबेर देव की पूजा की जा सकती है, लेकिन मान्यताओं के अनुसार, शुक्रवार के दिन कुबेर जी की पूजा करने से विशेष लाभ मिल सकता है। इसके लिए सुबह जल्दी उठकर स्नानादि से निवृत हो जाएं। इसके बाद पूजा में कुबेर देव को चंदन, धूप, फूल, दीप, नैवेद्य और भोग आदि जरूर अर्पित करें। अंत में कुबेर जी की आरती करें और प्रसाद सभी लोगों में वितरित करें।
कुबेर जी की आरती
ऊँ जै यक्ष कुबेर हरेस्वामी जय यक्ष जै यक्ष कुबेर हरेशरण पड़े भगतों के
भंडार कुबेर भरे॥ ऊँ जै यक्ष कुबेर हरे॥शिव भक्तों में भक्त कुबेर बड़ेस्वामी भक्त कुबेर बड़ेदैत्य दानव मानव सेकई-कई युद्ध लड़े॥ ऊँ जै यक्ष कुबेर हरे॥स्वर्ण सिंहासन बैठेसिर पर छत्र फिरेस्वामी सिर पर छत्र फिरे
योगिनि मंगल गावैंसब जय जय कार करे॥ ऊँ जै यक्ष कुबेर हरे..गदा त्रिशूल हाथ मेंशस्त्र बहुत धरेस्वामी शस्त्र बहुत धरेदुख भय संकट मोचनधनुष टंकार करें ॥॥ ऊँ जै यक्ष कुबेर हरे॥भांति भांति के व्यंजन बहुत बनेस्वामी व्यंजन बहुत बनेमोहन भोग लगाएंसाथ में उड़द चने ॥॥ ऊँ जै यक्ष कुबेर हरे॥बल बुद्धि विद्या दाता
हम तेरी शरण पड़ेस्वामी हम तेरी शरण पड़ेअपने भक्त जनों केसारे काम संवारे॥ ऊँ जै यक्ष कुबेर हरे॥मुकुट मणी की शोभामोतियन हार गलेस्वामी मोतियन हार गलेअगर कपूर की बातीघी की जोत जले॥ ऊँ जै यक्ष कुबेर हरे॥यक्ष कुबेर जी की आरतीजो कोई नर गावेस्वामी जो कोई नर गावेकहत प्रेमपाल स्वामीमनवांछित फल पावे
॥ ऊँ जै यक्ष कुबेर हरे॥यह भी पढ़ें - Shukrawar Ke Mantra: शुक्रवार के दिन इन मंत्रों का करें जाप, धन से भर जाएगी आपकी तिजोरीडिसक्लेमर: 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'