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Lakshmi Puja: धन की देवी लक्ष्मी को जरूर चढ़ाएं ये फूल, बने रहेंगे कृपा के पात्र

मां लक्ष्मी की पूजा-अर्चना के लिए शुक्रवार एक उत्तम दिन माना गया है। ऐसे में शुभ फलों की प्राप्ति के लिए इस दिन पर मां लक्ष्मी की विशेष विधि-विधान से उपासना की जाती है। हिंदू धर्म में माना गया है कि श्रद्धापूर्वक और पूरे विधि-विधान से मां लक्ष्मी की पूजा (Lakshmi Puja) करने से साधक को सुख-समृद्धि की प्राप्ति हो सकती है।

By Suman Saini Edited By: Suman Saini Updated: Thu, 18 Jul 2024 05:24 PM (IST)
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Lakshmi ji ke priya Phool धन की देवी लक्ष्मी को चढ़ाएं ये फूल।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। पूजा के दौरान देवी-देवताओं को उनके प्रिय भोग और प्रिय फूल आदि अर्पित किए जाते हैं। इससे साधक को उनकी विशेष कृपा प्राप्त होती है। ऐसे में आप धन की देवी लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए उनकी पूजा में उन्हें पूजा में उनके कुछ प्रिय फूल अर्पित कर सकते हैं।

जरूर करें अर्पित

देवी लक्ष्मी को कमल का फूल अति प्रिय माना गया है। आपने मां लक्ष्मी के चित्रों में उन्हें कमल के फूल पर ही विराजमान देखा होगा। ऐसे में यदि आप पूजा के दौरान मां लक्ष्मी के चरणों में कमल का फूल अर्पित करते हैं, तो इससे मां लक्ष्मी की कृपा से व्यक्ति को धन-धान्य की कोई कमी नहीं होती।

यह भी हैं प्रिय फूल

कमल के साथ-साथ मां लक्ष्मी को लाल गुड़हल का फूल भी अति प्रिय माना गया है। ऐसे में आप मां लक्ष्मी को गुड़हल का फूल भी अर्पित कर उनकी कृपा के पात्र बन सकते हैं।

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होती है भौतिक सुखों में वृद्धि

मां लक्ष्मी को लाल गुलाब का फूल भी प्रिय माना गया है। ऐसे में यदि आप लक्ष्मी मां की पूजा में लाल गुलाब का फूल अर्पित करते हैं, तो इससे भौतिक सुखों में वृद्धि हो सकती है। साथ ही व्यक्ति की धन संबंधी समस्याएं भी दूर होने लगती हैं।

चढ़ा सकते हैं ये फूल

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, देवी लक्ष्मी को गेंदे और सफेद कनेर का फूल अर्पित करना भी बेहद शुभ माना जाता है। इससे साधक की मनोकामनाएं पूरी हो सकती हैं।  

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अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।