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Lakshmi Panchami 2023: लक्ष्मी पंचमी व्रत आज, इस विधि से करें देवी लक्ष्मी की उपासना

Lakshmi Panchami 2023 चैत्र मास में कई महत्वपूर्ण व्रत एवं त्योहार मनाएं जाते हैं। वर्तमान समय में चैत्र नवरात्रि पर्व मनाया जा रहा है। प्रत्येक वर्ष चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि के दिन लक्ष्मी पंचमी मनाई जाती है।

By Shantanoo MishraEdited By: Shantanoo MishraUpdated: Sat, 25 Mar 2023 11:09 AM (IST)
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Lakshmi Panchami 2023: जानिए लक्ष्मी पंचमी पूजा विधि, शुभ मुहूर्त और मंत्र।
नई दिल्ली, अध्यात्म डेस्क | Lakshmi Panchami 2023 Date, Puja Vidhi and Mantra: चैत्र मास में कई व्रत एवं त्योहार रखे जाते हैं। आज लक्ष्मी की उपासना के लिए समर्पित लक्ष्मी पंचमी व्रत रखा जा रहा है। हिन्दू पंचांग के अनुसार चैत्र मास में यह व्रत आज यानि 25 मार्च 2023, शनिवार (Lakshmi Panchami 2023 Date) के दिन रखा जा रहा है। इस दिन को 'श्री पंचमी; या 'श्री व्रत' के नाम से भी जाना जाता है। ऐसा इसलिए क्योंकि 'श्री' मां लक्ष्मी के अनन्य नामों में से प्रमुख नाम है।

शास्त्रों में बताया गया है कि लक्ष्मी पंचमी के दिन माता लक्ष्मी की विधिवत उपासना करने से और उपवास रखने से माता लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और साधक के जीवन में धन एवं ऐश्वर्य का आगमन होता है। जीवन में आर्थिक समस्याओं को दूर करने के लिए लक्ष्मी पंचमी का दिन बहुत ही उपयोगी माना जाता है। आइए जानते हैं लक्ष्मी पंचमी पूजा विधि, शुभ मुहूर्त और मंत्र।

लक्ष्मी पंचमी 2023 पूजा मुहूर्त (Lakshmi Panchami 2023 Shubh Muhurat)

हिन्दू पंचांग के अनुसार चैत्र शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि का शुभारंभ 25 मार्च 2023 को दोपहर 02 बजकर 53 मिनट पर होगा और इसका समापन 26 मार्च को दोपहर 03 बजकर 02 मिनट पर हो जाएगा। इस दिन रवि योग सुबह 06 बजकर 15 मिनट से सुबह 11 बजकर 49 मिनट तक रहेगा। इया अवधि में भगवान की उपासना करने से व्यक्ति को विशेष लाभ मिलता है।

लक्ष्मी पंचमी 2023 पूजा विधि (Lakshmi Panchami 2023 Puja Vidhi)

  • सर्वप्रथम जल्दी उठकर स्नान-ध्यान करें और साफ वस्त्र धारण करें। एक साफ चौकी पर लाल वस्त्र बिछाकर, माता लक्ष्मी की प्रतिमा स्थापित करें।

  • इसके बाद, सबसे पहले भगवान गणेश व इष्ट देवी-देवताओं की उपासना करें और फिर माता लक्ष्मी की पूजा करें।

  • पूजा के दौरान माता लक्ष्मी की प्रतिमा को पंचामृत से स्नान कराएं और उन्हें गंध, पुष्प, धूप, दीप, फल, चंदन, सुपारी, रोली और मोली अर्पित करें।

  • पूजा के दौरान लक्ष्मी स्तोत्र और मंत्रों का पाठ करें। लक्ष्मी पंचमी कथा का पाठ या श्रवण भी करें। फिर दीप जलाकर माता लक्ष्मी की आरती करें और माता को मिठाई का भोग अर्पित करें।

लक्ष्मी पंचमी मंत्र (Lakshmi Panchami 2023 Mantra)

१- नमस्तेऽस्तु महामाये श्रीपीठे सुरपूजिते ।

शङ्खचक्रगदाहस्ते महालक्ष्मि नमोऽस्तु ते ।।

२- सिद्धिबुद्धिप्रदे देवि भुक्तिमुक्तिप्रदायिनि ।

मन्त्रपूते सदा देवि महालक्ष्मि नमोऽस्तु ते ।।

३- यज्ञविद्या महाविद्या गुह्यविद्या च शोभने ।

आत्मविद्या च देवि त्वं विमुक्तिफलदायिनी ।।

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डिसक्लेमर- इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।