Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

Lord Ganesh: इस स्तुति के पाठ से जीवन के सभी विघ्न होंगे दूर, प्राप्त होगी गणपति बप्पा की कृपा

बुधवार का दिन भगवान गणेश का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए उत्तम माना जाता है। मान्यता है कि प्रभु की उपासना करने से जीवन के सभी दुख-दर्द दूर हो जाते हैं। यदि आप भी अपने जीवन में व्याप्त समस्त प्रकार के दुख और क्लेश से मुक्ति पाना चाहते हैं तो बुधवार के दिन गणपति की पूजा कर मोदक और फल का भोग लगाएं। इससे सभी समस्या दूर होगी।

By Kaushik Sharma Edited By: Kaushik Sharma Updated: Wed, 25 Sep 2024 08:00 AM (IST)
Hero Image
Lord Ganesh: गणेश स्तुति के पाठ से प्रसन्न होंगे गणपति बप्पा

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। सनातन धर्म में भगवान शिव के पुत्र गणेश जी को बुधवार का दिन प्रिय है। इस दिन भगवान गणेश की पूजा विधिपूर्वक की जाती है। साथ ही जीवन के विघ्नों को दूर करने के लिए व्रत भी किया जाता है। धार्मिक मान्यता है कि बुधवार के दिन सच्चे मन से गणपति बप्पा की पूजा-अर्चना करने से साधक के सभी बिगड़े काम बनने लगते हैं और जीवन में शुभ फल की प्राप्ति होती है। ऐसे में आप पूजा के दौरान गणेश स्तुति का पाठ करें। मान्यता है कि इसका पाठ करने से प्रभु साधक की सभी मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं। आइए पढ़ते हैं गणेश स्तुति।

गणेश स्तुति का पाठ

मुदा करात्तमोदकं सदा विमुक्तिसाधकं कलाधरावतंसकं विलासिलोकरञ्जकम्।

अनायकैकनायकं विनाशितेभदैत्यकं नताशुभाशुनाशकं नमामि तं विनायकम् ।।

नतेतरातिभीकरं नवोदितार्कभास्वरं नमत्सुरारिनिर्जकं नताधिकापदुद्धरम् ।

सुरेश्वरमं निधीश्वरं गजेश्वरं गणेश्वरं महेश्वरं तमाश्रये परात्परं निरन्तरम् ।।

समस्तलोकशंकरं निरस्तदैत्यकुञ्जरं दरेतरोदरं वरं वरेभवक्त्रमक्षरम् ।

यह भी पढ़ें: Budhwar ke Upay: बुधवार को किए गए ये काम जीवन में बढ़ा सकते हैं मुश्किलें

कृपाकरं क्षमाकरं मुदाकरं यशस्करं नमस्करं नमस्कृतां नमस्करोमि भास्वरम् ।।

अकिंचनार्तिमार्जनं चिरंतनोक्तिभाजनं पुरारिपूर्वनन्दनं सुरारिगर्वचर्वणम् ।

प्रपञ्चनाशभीषणं धनंजयादिभूषणं कपोलदानवारणं भजे पुराणवारणम् ।।

नितान्तकान्तदन्तकान्तिमन्तकान्तकात्मजमचिन्त्यरुपमन्तहीनमन्तरायकृन्तनम्।

हृदन्तरे निरन्तरं वसन्तमेव योगिनां तमेकदन्तमेव तं विचिन्तयामि संततम् ।।

महागणेश पञ्चरत्नमादरेण योऽन्वहं प्रगायति प्रभातके हृदि स्मरन् गणेश्वरम् ।

अरोगतामदोषतां सुसाहितीं सुपुत्रतां समाहितायुरष्टभूतिमभ्युपैति सोऽचिरात् ।।

मंगलमुर्ती मोरया।।

श्री गणेशाय नमः दूर्वांकुरान् समर्पयामि

गणेश जी के मंत्र

ॐ श्रीं गं सौभ्याय गणपतये वर वरद सर्वजनं में वशमानय स्वाहा।

गणेश गायत्री मंत्र

ॐ एकदंताय विद्महे, वक्रतुण्डाय धीमहि, तन्नो दंती प्रचोदयात् ॥

ॐ महाकर्णाय विद्महे, वक्रतुण्डाय धीमहि, तन्नो दंती प्रचोदयात् ॥

ॐ गजाननाय विद्महे, वक्रतुण्डाय धीमहि, तन्नो दंती प्रचोदयात् ॥

सिद्धि प्राप्ति हेतु मंत्र

श्री वक्रतुण्ड महाकाय सूर्य कोटी समप्रभा निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्व-कार्येशु सर्वदा॥

शुभ लाभ गणेश मंत्र

ॐ श्रीं गं सौभाग्य गणपतये वर्वर्द सर्वजन्म में वषमान्य नम:।।

भगवान गणेश के मंत्र

'गणपूज्यो वक्रतुण्ड एकदंष्ट्री त्रियम्बक:।

नीलग्रीवो लम्बोदरो विकटो विघ्रराजक :।।

धूम्रवर्णों भालचन्द्रो दशमस्तु विनायक:।

गणपर्तिहस्तिमुखो द्वादशारे यजेद्गणम।।

धन लाभ हेतु मंत्र

ॐ श्रीं गं सौभ्याय गणपतये वर वरद सर्वजनं में वशमानय स्वाहा।

संकट नाशक मंत्र

गणपतिर्विघ्नराजो लम्बतुण्डो गजाननः ।

द्वैमातुरश्च हेरम्ब एकदन्तो गणाधिपः ॥

विनायकश्चारुकर्णः पशुपालो भवात्मजः ।

द्वादशैतानि नामानि प्रातरुत्थाय यः पठेत्‌ ॥

विश्वं तस्य भवेद्वश्यं न च विघ्नं भवेत्‌ क्वचित्‌ ।

यह भी पढ़ें: Budhwar Ke Upay: बुधवार के दिन पूजा के समय करें ये 5 आसान उपाय, पूरी होगी मनचाही

मुरादअस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।