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Maa Durga 108 Names: करें मां के 108 नामों का जाप, बनी रहती है मां की कृपा

Maa Durga 108 Names नवरात्रि का पावन पर्व चल रहा है। आज नवरात्रि का पावन दिन है। इन दिनों मां के 9 स्वरूपों की पूजा जाती है। लोग पूरे विधि-विधान के साथ देवी मां की पूजा करते हैं। घर में चौकी लगाते हैं और कलश स्थापना करते हैं।

By Shilpa SrivastavaEdited By: Updated: Wed, 21 Oct 2020 09:31 AM (IST)
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Maa Durga 108 Names: करें मां के 108 नामों का जाप, बनी रहती है मां की कृपा

Maa Durga 108 Names: नवरात्रि का पावन पर्व चल रहा है। आज नवरात्रि का पावन दिन है। इन दिनों मां के 9 स्वरूपों की पूजा जाती है। लोग पूरे विधि-विधान के साथ देवी मां की पूजा करते हैं। घर में चौकी लगाते हैं और कलश स्थापना करते हैं। मान्यता है कि जो भक्त मां की सच्चे मन से आराधना करते हैं उनपर मां की कृपा दृष्टि हमेशा बनी रहती है। अत: नवरात्रि में मां के सभी स्वरूपों की विधिवत पूजा करनी चाहिए।

देवी दुर्गा, भगवान शिव की पत्नी पार्वती जी का ही स्वरूप है। भक्त नवरात्रि के दौरान मां को प्रसन्न करने के लिए कई तरह के जतन करते हैं। लेकिन कई बार ऐसा होता है कि लोग व्यस्तता के चलते विधि-विधान के साथ पूजा नहीं कर पाते हैं। ऐसे में वो मात्र दुर्गा मां के 108 नाम का जाप करें। ऐसा करने से मां प्रसन्न हो जाती हैं और व्यक्ति को सुख, समृद्धि और सफलता का आशीर्वाद देती हैं। दुर्गा हिन्दुओं की प्रमुख देवी हैं। इन्हें देवी, शक्ति और जग्दम्बा भी कहा जाता है। आइए जानते हैं मां दुर्गा के 108 नाम।

आइए पढ़ें मां दुर्गा की अष्टोत्तरशतनामावली:-

सती, साध्वी, भवप्रीता, भवानी, भवमोचनी, आर्या, दुर्गा, जया, आद्या, त्रिनेत्रा, शूलधारिणी, पिनाकधारिणी, चित्रा, चंद्रघंटा, महातपा, मन, बुद्धि, अहंकारा, चित्तरूपा, चिता, चिति, सर्वमंत्रमयी, सत्ता, सत्यानंदस्वरुपिणी, अनंता, भाविनी, भव्या, अभव्या, सदागति, शाम्भवी, देवमाता, चिंता, रत्नप्रिया, सर्वविद्या, दक्षकन्या, दक्षयज्ञविनाशिनी, अपर्णा, अनेकवर्णा, पाटला, पाटलावती, पट्टाम्बरपरिधाना, कलमंजरीरंजिनी, अमेयविक्रमा, क्रूरा, सुंदरी, सुरसुंदरी, वनदुर्गा, मातंगी, मतंगमुनिपूजिता, ब्राह्मी, माहेश्वरी, ऐंद्री, कौमारी, वैष्णवी, चामुंडा, वाराही, लक्ष्मी, पुरुषाकृति, विमला, उत्कर्षिनी, ज्ञाना, क्रिया, नित्या, बुद्धिदा, बहुला, बहुलप्रिया, सर्ववाहनवाहना, निशुंभशुंभहननी, महिषासुरमर्दिनी, मधुकैटभहंत्री, चंडमुंडविनाशिनी, सर्वसुरविनाशा, सर्वदानवघातिनी, सर्वशास्त्रमयी, सत्या, सर्वास्त्रधारिणी, अनेकशस्त्रहस्ता, अनेकास्त्रधारिणी, कुमारी, एककन्या, कैशोरी, युवती, यति, अप्रौढ़ा, प्रौढ़ा, वृद्धमाता, बलप्रदा, महोदरी, मुक्तकेशी, घोररूपा, महाबला, अग्निज्वाला, रौद्रमुखी, कालरात्रि, तपस्विनी, नारायणी, भद्रकाली, विष्णुमाया, जलोदरी, शिवदुती, कराली, अनंता, परमेश्वरी, कात्यायनी, सावित्री, प्रत्यक्षा और ब्रह्मावादिनी।

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